बच्चों का बंद कमरे में विकास असंभव, ऑफलाइन क्लासेस ज्यादा फायदेमंद- मनीष मिश्रा

बच्चों का बंद कमरे में विकास असंभव, ऑफलाइन क्लासेस ज्यादा फायदेमंद- मनीष मिश्रा

बच्चे कर रहे है ऑनलाइन क्लासेस के नाम पर मोबाइल का गलत उपयोग


वाराणसी,भदैनी मिरर। वैश्विक महामारी कोविड के कारण लभगभ डेढ़ वर्षों से बन्द चल रहे स्कूल, कालेज और कोचिंग सेंटर अब धीरे धीरे खुलने लगे हैं लेकिन अब भी अभिभावक अपने बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें शैक्षणिक संस्थानों में भेजने से कतरा रहे हैं। ज्यादातर अभिभावक अब भी अपने बच्चों को ऑनलाइन क्लास जो घर से ही संभव हो कराने में रुचि रख रहे हैं। ऐसे में रविन्द्रपुरी स्थित एम्बिशन ट्यूटोरियल के निदेशक मनीष मिश्रा ने अभिभावकों को जागरूक करते हुए कहा कि जब कोरोना पहली बार आया तो उसे किसी ने भी सीरियस नही लिया था। लेकिन धीरे धीरे कोरोना का भयावह रूप देखने के बाद सभी सतर्क होने लगे और शैक्षणिक संस्थाओं को भी अपने संस्थान बन्द करने पड़े। ऐसे में छात्रों का भविष्य अंधेर की ओर मुखर कर रहा था। जिसे देखते हुए एक ही विकल्प दिखा और वो है ऑनलाइन क्लासेज। जिससे बच्चों को सुविधा तो मिली लेकिन इसके कई नुकसान भी देखने को मिलने लगे। लोग ज्यादातर पढ़ने लिखने वाले छात्रों को मोबाइल से दूर रखना चाहते हैं लेकिन कोई विकल्प न होने की वजह से उन्हें अपने बच्चों को मोबाइल देना पड़ा।लेकिन यह जरूरी नहीं कि बच्चे के हाथ मे मोबाइल है तो वह सिर्फ पढ़ाई के लिए ही इस्तेमाल करेगा। बच्चे इसका गलत इस्तेमाल भी कर सकते हैं जो उनके लिए हानिकारक हो सकता है। ऐसे में बच्चों के लिए ऑफलाइन क्लासेज ज्यादा फायदेमंद साबित होगा । उन्होंने कहा कि ऑफलाइन क्लासेज का कोई भी विकल्प नही हो सकता बच्चों का समूह में जितना ज्यादा विकास हो सकता है वह एक बन्द कमरे में नही हो सकता।

कोविड के साथ जीने की डालें आदत

निदेशक मनीष मिश्रा ने कहा कि कोविड को देखते हुए सभी अभिभावकों का भय जायज है। लेकिन हमें इसके साथ जीने की आदत डालनी चाहिए और जितने भी कोविड के गाइडलाइंस हैं उनका पालन करना चाहिए। ताकि खुद को और दूसरों को इससे बचाया जा सके।उन्होंने अभिभावकों से छात्रों को कोचिंग भेजने की अपील करते हुए कहा कि उनके कोचिंग में छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए अभी गाइडलाइंस का पालन कराया जा रहा है। अभी कक्षाओं में सैनिटाइजर रखे गए हैं। साथ ही छात्रों को भी समय समय पर सैनिटाइजर के उपयोग के प्रति जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उनकी एक शाखा सोनारपुरा में भी है उसे भी ओपन कर दिया गया है।