डेंगू के नियंत्रण और शिकायत के लिए जारी हुआ हेल्पलाइन नंबर, सरकारी आंकड़ों में 70 बनाए गए हॉट-स्पॉट...

महापौर अशोक कुमार तिवारी एवं नगर आयुक्त शिपू गिरि की अध्यक्षता में डेंगू एवं अन्य संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के सम्बन्ध में नगर निगम द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की।

डेंगू के नियंत्रण और शिकायत के लिए जारी हुआ हेल्पलाइन नंबर, सरकारी आंकड़ों में 70 बनाए गए हॉट-स्पॉट...

वाराणसी,भदैनी मिरर। महापौर अशोक कुमार तिवारी एवं नगर आयुक्त शिपू गिरि की अध्यक्षता में डेंगू एवं अन्य संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के सम्बन्ध में नगर निगम द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा के बाद नगर आयुक्त ने प्रेसवार्ता कर मीडिया को बताया कि वर्तमान में डेंगू के 121 एलिजा पॉजिटिव केस नगरी सीमान्तर्गत पाये गये है। इसमें से अधिकांश मरीज वाराणसी जनपद के बाहर व निकटवर्ती प्रदेशों से आये हुए रोगियों के परीक्षण में पाये गये है। ये संख्या पिछले वर्ष अभी तक की अवधि में पाये गये 565 केस के सापेक्ष अभी कम है साथ ही नगरीय सीमा क्षेत्र में चिकनगुनिया में 5 केस व मलेरिया 20 केस भी पाये गये है। नगर निगम सीमार्न्तत अभी तक डेंगू व अन्य किसी भी संचारी रोग से किसी भी प्रकार की मृत्यु की सूचना नहीं प्राप्त हुई है।

नगर आयुक्त ने बताया कि डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में प्रभावी नियंत्रण हेतु नगर निगम वाराणसी के द्वारा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से समन्वयन स्थापित कर लगातार निगरानी के साथ निरोधात्मक कार्यवाही भी की जा रही है। अभी तक नगर निगम सीमान्तर्गत क्षेत्र में 70 हॉट स्पॉट बनाये गये हैं। 3 या 3 से अधिक डेंगू केस पाये जाने वाले क्षेत्रों की संख्या 10 है। 3 या 3 से अधिक केस पाये जाने पर डेंगू प्रभावित व्यक्ति के घर के आस-पास 50 मकानों का कलस्टर बनाकर एंटीलार्वा एवं फांगिंग का कार्य कराया जाता है।

क्षेत्रीय नगरिकों यहा पर यह भी बताना आवश्यक है कि नगरीय सीमान्तर्गत विशेष रूप से नगर निगम के नव सम्मिलित क्षेत्रों में खाली भू-खण्डों की संख्या बहुत ज्यादा है। जहां पर द्वारा कचरा फेंका जाता है। कई सारे ऐसे भी प्लॉट है जहां पर जल-भराव होता है तथा जल निकासी न होने के कारण संक्रमण रोगों के फैलने का आशंका लगातार बनी रहती है। अनेकों खाली प्लॉटों को चिन्हित कर प्लाटों की साफ-सफाई एवं जल निकासी का प्रबन्ध की कराया गया है। साथ ही चिन्हित भू खण्ड स्वामियों के विरूद्ध विधिक कार्यवाही हेतु सम्बन्धित विभाग को पत्र भी लिखा जा रहा है।

उन्होंने बताया कि इसके साथ ही वाराणसी में फॉगिंग एवं एंटीलार्वा के प्रयोग किया जाने हेतु संसाधनों की भी समीक्षा की गयी। वर्तमान में 09 बड़ी फागिंग मशीन, 04 बैट्री संचालित ट्राई साइकिल फॉगिंग मशीन एवं 55 हैण्ड फॉगिंग मशीन उपलब्ध है तथा सभी मशीन क्रियाशील है। एंटी लार्वा के छिड़काव हेतु नगर निगम0 में 04 स्प्रिंकलर तथा जलकल विभाग से प्राप्त 2 जेटिंग मशीन के माध्यम से बड़े क्षेत्रों में छिड़काव का कार्य कराया जा रहा है साथ ही 150 हैण्ड सेनेटाइजेशन मशीन के माध्यम से एंटी लार्वा डालकर सभी मुहल्लों, घरों क आस-पास छिड़काव किया जा रहा है।

डेंगू पर प्रभावी नियंत्रण हेतु नगर निगम 250 कर्मचारियों की तैनाती की गयी है। निर्देशित किया है कि अपने सम्बन्धित क्षेत्रों गहनता के साथ निरीक्षण कर कहीं भी जल जमाव न होने के साथ ही उत्कृष्ट सफाई व्यवस्था बनाये रखने के लिए लगातार कार्य निगरानी करते रहें। 

डेंगू पर प्रभावी नियंत्रण हेतु वार्ड स्तर पर पार्षदों की अध्यक्षता समिति का गठन कर दिया गया है। साथ ही नगर निगम वाराणसी व्हाट्सअप ग्रूप भी बनाया गया है । यादि किसी पार्षद के क्षेत्र में डेंगू प्रभावी व्यक्ति की सूचना तथा एंटी लार्वा तथा फॉगिंग के सम्बन्ध में अनुरोध प्राप्त होते ही उस तत्काल प्रभाव से कार्यवाही की जाती नगर निगम वाराणसी डेंगू के प्रभावी नियंत्रण हेतु आम जनता से प्राप्त शिकायतों हेतु इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमाण्ड सेन्टर, सिगरा में 24X7 कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है जिसका दूरभाष नम्बर 0542-27200058 है। संचारी रोगों के प्रति जन-जागरूकता लिए नगर के 55 चौराहों पर संचालित ध्वनि प्रसारक यंत्रों के माध्यम से तथा प्रमुख चौराहों पर लगे एल0ई0डी0 वॉल पर भी संदेश प्रसारित किये जा रहे हैं। साथ ही कचरें के परिवहन में लगे लगभग 200 से अधिक वाहनों से भी ध्वनि विस्तारक यंत्रों से संदेशों का प्रसारण किया जा रहा है तथा पम्पलेट का वितरण भी किया जा रहा है।