#WorldHeartDay: युवाओं का दिल दे रहा धोखा, हैवी एक्सरसाइज भी है हार्ट अटैक का कारण, इस तरह कर सकते हैं बचाव...
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के आईएमएस के कार्डियोलॉजिस्ट प्रोफेसर धर्मेंद्र जैन कहते है की युवाओं के अचानक मौत का ज्यादातर कारण हार्ट अटैक ही है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। विश्व भर में 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस (World Heart Day) के रूप में मनाया जाता है. इसका एक मात्र कारण है की देश भर में जनता को हार्ट संबंधी बीमारियों से अवगत करवाते हुए उन्हें जागरुक किया जाए. दुनिया भर में युवाओं में बढ़ती हृदयाघात (Heart Attack) की बीमारी चिंता का सबब बनी हुई है.
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के आईएमएस के कार्डियोलॉजिस्ट प्रोफेसर धर्मेंद्र जैन कहते है की युवाओं के अचानक मौत का ज्यादातर कारण हार्ट अटैक ही है. वह कहते है की अब जरूरत है की जब बच्चा कक्षा 12वीं पास करता है तो उसकी उम्र लगभग 18 वर्ष की होती है. ऐसे में आगे की पढ़ाई के लिए उनके अंकपत्र (Mark sheet) पर स्वास्थ्य संबंधी बिंदू जिसमें ब्लड प्रेसर, कोलेस्ट्रॉल, सुगर, मोटापा की जांच आवश्यक कर दिया जाए तो वह जिम्मेदारी से नियमित जांच कराएगा और चिकित्सक समय से उसकी बीमारी को पकड़कर इलाज शुरु कर देगा. इससे युवाओं के मृत्युदर को कम किया जा सकता है.
चार दिन में पहलवान न बनें
प्रोफेसर धर्मेंद्र जैन कहते है की आजकल युवाओं को पहलवान दिखने का शौक है. वह सलाह देते है की जिम या हैवी एक्सरसाइज करने से पहले बॉडी चेकअप जरुर करवा लें. यदि नस या हार्ट संबंधी कोई बीमारी है तो कभी भी हैवी एक्सरसाइज न करें. यदि आप सामान्य तौर पर भी एक्सरसाइज प्रोग्राम ज्वाइन करते हैं तो उसमें एक कुशल ट्रेनर के अंडर में ही अभ्यास करें. प्रोफेसर जैन कहते है की हफ्ते में कम से कम 5 दिन 45 मिनट या 1 घंटे हमें एक मॉडरेट एक्सरसाइज करना चाहिए जिसमें जॉगिंग, तेज वाकिंग शामिल हो. एक ही दिन में हम पहलवान नहीं बन जायेंगे, इसीलिए ऐसे कोई भी प्रयोग न करें जिससे ब्लड प्रेशर या हार्टअटैक जैसे खतरे हो. वह योगा और मेडिटेशन की सलाह देते है.