बंद होगा पंडित राजन मिश्र अस्थायी कोविड अस्पताल, मूलभूत सुविधाएं रहेंगी जस की तस...

बंद होगा पंडित राजन मिश्र अस्थायी कोविड अस्पताल, मूलभूत सुविधाएं रहेंगी जस की तस...

वाराणसी, भदैनी मिरर। कोरोनावायरस के दूसरी लहर की विभीषिका को देखते हुए डीआरडीओ द्वारा बीएचयू में बनाए गए अस्थाई पंडित राजन मिश्र कोविड़ अस्पताल को बंद करने की कवायद चालू है। वाराणसी मंडल में लगातार कम हो रहे संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है।  हालांकि अस्पताल का मूलभूत ढांचा और उसमें उपलब्ध सुविधाएं जस की तस रहेंगी। 


कोरोना वायरस के संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के दौरान जरूरत पड़ने पर अस्पताल की सेवा फिर शुरू की जाएगी। इस निर्णय के बाद बुधवार को अस्थायी हॉस्पिटल में भर्ती 12 मरीजों को बीएचयू अस्पताल में शिफ्ट करने की तैयारी शुरू कर दी गई है।

पंडित राजन मिश्र अस्थायी हॉस्पिटल बीती 10 मई को खुला था। इससे पहले इसे 16 दिन में तैयार किया गया था। 750 बेड के इस अस्पताल में 250 बेड आईसीयू के हैं और 500 बेड ऑक्सीजन की सुविधा से लैस हैं। इस हॉस्पिटल में वाराणसी के अलावा पूर्वांचल के अन्य जिलों और बिहार से भी कोरोना पॉजिटिव मरीज रेफर होकर आते थे। कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर थमने के बाद अब जिले के अधिकांश कोविड अस्पतालों में अब गिनती के मरीज रह गए हैं। मरीजों की तेजी से घटती संख्या देखने के बाद ही पंडित राजन मिश्र अस्थायी हॉस्पिटल को फिलहाल बंद करने का निर्णय लिया गया है।


आर्मी मेडिकल कोर टीम को आदेश का इंतजार

डीआरडीओ के अधिकारियों ने बताया कि मौखिक आदेश आ गया है। बीएचयू अस्पताल प्रशासन ने भी अस्थायी हॉस्पिटल में भर्ती 12 मरीजों को शिफ्ट करने की सहमति दे दी है। हेडक्वार्टर से लिखित आदेश आते ही आर्मी मेडिकल कोर टीम वाराणसी से रवाना हो जाएगी। अस्पताल का जो मूलभूत ढांचा और सुविधाएं हैं, वह बीएचयू प्रशासन और जिला पुलिस-प्रशासन की देखरेख में जैसे का तैसा ही रहेगा।