1 करोड़ का गाजा पकड़ाया: 5 पुरुष और 4 महिला गिरफ्तार, 2 माह पहले भी गाजियाबाद पहुंचाया था 1 क्विंटल गांजा, मास्टरमाइंड दलबीर देता है इन्हें डायरेक्शन
वाराणसी, भदैनी मिरर। कमिश्नरेट पुलिस की चेतगंज और सिगरा पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। दोनों थानों की संयुक्त टीम ने 9 लोगों को गिरफ्तार कर 403.06 किलो नाजायज गांजा बरामद किया है। इनकी गिरफ्तारी मंगलवार सुबह अंधरापुल से सुबह 6:55 पर हुई है। बरामद गांजे का अंतरराष्ट्रीय कीमत अनुमानित 80 लाख से 1 करोड़ रुपये है। पकड़े गए लोगों में वीरू निवासी काना सोड़ी जिला पंचकुला हरियाणा, शिवचरन साकेत निवासी थाना सिरमौर जिला रीवा मप्र, लुकेश कौल निवासी थाना सिरमौर जिला रीवा मप्र, शोराम थाना सोड़ी जिला पंचकुला हरियाणा, भीरू थाना समालखा जिला पानीपत हरियाणा, माया निवासी थाना सोड़ी जिला पंचकुला हरियाणा, सीता कौल थाना सिरमौर जिला रीवा मप्र, पूर्णिमा रावत निवासी थाना सिरमौर जिला रीवा मप्र, नीतू साकेत निवासी थाना सिरमौर जिला रीवा मप्र शामिल है।
कम्बल में छुपा कर ले जा रहे थे
पुलिस गिरफ्त में गांजा तस्कर
पुलिस कमिश्नर (सीपी) ए. सतीश गणेश ने बताया कि इनपुट मिलने के बाद दोनों थानों की संयुक्त टीम को सक्रीय रहने के लिए कहा गया था। सुबह-सुबह जैसे ही खबर मिली गाड़ियों की चेकिंग की जाने लगी। यह अपने गाडियों में गैंग की महिलाओं को भी रखे थे ताकि पुलिस को शक न हो। जब इनके वाहन को पुलिस चेक की तो कंबल में छुपाकर गांजा ले जा रहे थे। सभी के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट में कार्यवाही की जा रही है।
गाजियाबाद के दलवीर को देना था गांजा
सीपी ने बताया कि यह गैंग हरियाणा के घुमंतू जाति पकड़े गए आरोपी घुमंतू जाति(कौल,बांगड़ी) के हैं। यह कैरियर के रुप में गांजे की तस्करी करते है। उड़ीसा में फूलवाड़ी के आगे राजा नाम का व्यक्ति इन लोगों को माल दिया था। यह गांजा तस्कर ओडिसा के संभलपुर होते हुए रांची, वहां से गया और गया से बनारस पहुंचे थे। इनकी सप्लाई ज्यादातर एनसीआर के नोएडा और गाजियाबाद में होती थी। पकड़े गए 9 अभियुक्तों से पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि गाजियाबाद में दलवीर पुत्र हरद्वारी निवासी मसूरी गाजियाबाद को गांजा देना था। एनसीआर में बैठा दलवीर ही इस गिरोह का मास्टरमाइंड है। जिसकी सूचना कमिश्नरेट पुलिस ने गाजियाबाद पुलिस को दे दी है।
30 हजार प्रति व्यक्ति मिलता था पैसा
पकड़े गए अभियुक्तों ने बताया कि गांजा पहुंचाने के लिए एक बार में तीस हजार रुपये प्रति व्यक्ति मिलता था। पकड़े गए 9 आरोपी दलवीर के संपर्क में रहते हैं, एनसीआर में बैठा दलबीर ओडिशा के राजा से बात कर इन्हें गांजा दिलवाकर चला जाता था। यह मोबाइल से दलबीर के संपर्क में रहते हैं। पकड़े गए आरोपी पब्लिक ट्रांसपोर्ट जैसे बस का इस्तेमाल करते हैं। लगभग 2 माह पहले भी पकड़े गए आरोपी लगभग 100 किलो गांजा गाजियाबाद पहुंचाए थे।