रविंद्रपुरी मार्ग के सड़कों की ऊंचाई को लेकर मंडलायुक्त ने की बैठक, जाने क्या है प्लान जिसे स्थानीय नागरिकों को बताएंगे अफसर...
मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा ने रविंद्रपुरी मार्ग के सड़कों की ऊंचाई को लेकर समीक्षा बैठक की. उन्होंने इस दौरान सभी बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की.
वाराणसी, भदैनी मिरर। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा द्वारा अस्सी-रवीन्द्रपुरी-ब्रॉडवे तिराहा क्षेत्र को उच्चतम बाढ़ स्तर से मुक्त क्षेत्र के रूप में विकसित किए जाने हेतु प्रस्तावित पुनर्विकास कार्य के संदर्भ में शनिवार दोपहर पौने एक बजे सभी संबंधित विभागों की आयुक्त सभागार में समीक्षा की गई. जिसमें ज़िलाधिकारी, नगर आयुक्त और उपाध्यक्ष वाराणसी विकास प्राधिकरण के साथ की गई.
मंडलायुक्त ने कहा की कौटिल्य सोसाइटी द्वारा उच्च न्यायालय में लंबित प्रकरण के अनुसार वाराणसी विकास प्राधिकरण द्वारा कण्टूर मैपिंग की गई है. इसके आधार पर प्राधिकरण द्वारा लोक निर्माण विभाग को 2021 में सूचित किया गया था कि जब भी उस क्षेत्र में सड़क बने वो इस प्रकार हो कि उससे पश्चिम दिशा का हिस्सा एचएफएल के बाहर हो जाये और वहाँ वैद्य रूप से भवनों के नक़्शे पास हो कर उसका विकास हो सके. VDA के द्वारा सड़क की लंबाई में ऊँचाई के कंटूर लोनिवी को उपलब्ध कराये गये थे. इस आधार पर लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क का स्तर ऊँचा करने से उक्त क्षेत्र उच्चतम बाढ़ स्तर (एच0एफ़0एल0) से मुक्त किए जाने की योजना को लागू कराया जा रहा है.
पूर्व में स्थानीय निवासियों द्वारा सड़क का स्तर ऊँचा करने से घरों में जलभराव होने का संदेह व्यक्त किया गया था इस पर लोक निर्माण विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि जलभराव की समस्या के दृष्टिगत स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज आदि का प्रावधान भी रखा गया है. वहाँ पूर्व से ही जल जमाव की समस्या है और कई स्थानों पर वहाँ भूमि स्तर नीचा है. नये प्रबंध से उस समस्या का समाधान भी हो जाएगा.
लोक निर्माण विभाग द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि अस्सी-रवीन्द्रपुरी-ब्रॉडवे तिराहा मार्ग को पर्यावरण की दृष्टि से मॉडल रोड के रूप में विकसित किया जाएगा और मार्ग पर बड़े छायादार पौधे लगाने का कार्य किया जाएगा तथा डिवाइडर में भी हार्टिकल्चर का कार्य किया जाएगा. जितने भी वृक्ष चौड़ीकरण में हटे हैं उनसे ज़्यादा वृक्ष मीडियन डिवाइडर पर लगवाये जाएँगे. इस हेतु डिवाइडर भी ऊँचा बनाया जा रहा है.
समीक्षा के बाद निर्णय किया गया कि तीन दिन के भीतर एडीएम (सिटी), टॉउनप्लानर-वाराणसी विकास प्राधिकरण, अधिशासी अभियंता-प्रांतीय खंड एवं अधिशासी अभियंता-नगर निगम द्वारा संयुक्त रूप से स्थानीय निवासियों से वार्ता कर परियोजना की जानकारी पूर्ण रूप से दी जाये तथा योजनाओं के प्रति विश्वास का वातावरण बनाये रखा जाये. बैठक में वाराणसी विकास प्राधिकरण के अधिकारी , मुख्य अभियंता , अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग , अधिशासी अभियंता नगर निगम , जी एम जलकल आदि अधिकारी उपस्थित थे.