उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक बोले - बदल चुकी है UP की पहचान, अपराधियों को देंगे ऐसी सजा की पीढियां करेंगी याद...

प्रयागराज के चर्चित उमेश पाल हत्याकांड के सवाल पर डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रयागराज की घटना दुखद है। उमेश पाल हत्याकांड  की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि हत्या में शामिल अपराधियों को ऐसी सजा देंगे कि आने वाली पीढ़ियां भी याद रखेंगी।

उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक बोले - बदल चुकी है UP की पहचान, अपराधियों को देंगे ऐसी सजा की पीढियां करेंगी याद...

वाराणसी, भदैनी मिरर। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक सोमवार को वारणसी पहुँचे। इस दौरान मीडिया से बातचीत में  प्रयागराज के चर्चित उमेश पाल हत्याकांड के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रयागराज की घटना दुखद है। उमेश पाल हत्याकांड  की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि हत्या में शामिल अपराधियों को ऐसी सजा देंगे कि आने वाली पीढ़ियां भी याद रखेंगी। हमारी सरकार प्रतिबद्ध है कि अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा देंगे।  मामले को हम लोग फास्टट्रैक कोर्ट में लेकर जाएंगे। जल्द से जल्द कोर्ट से अपराधियों को सजा दिलाएंगे।  

बदल चुकी है यूपी की पहचान 

डिप्टी सीएम ने पूर्व की सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की पहचान बदल चुकी है। 2017 से पहले दुकान पर कब्जा, मकान और प्लॉट पर कब्जा, बहू-बेटी की इज्जत खतरे में कुल मिलाकर  प्रदेश में अव्यवस्था का माहौल था। कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी थी। वहीं आज माहौल बदल चुका है। डबल इंजन की सरकार में आर्थिक मोर्चे पर यूपी नंबर एक बनने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहा है। देश में सर्वाधिक सड़क वाला राज्य यूपी है। बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि हर क्षेत्रों में काफी ज्यादा सुधार हुआ है। 

औषधि केंद्रों का किया उद्घाटन

इससे पहले उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक सोमवार दोपहर बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे। पंडित दीनदयाल जिला चिकित्सालय में जन औषधि केंद्रों का उद्घाटन करते हुए कहा कि जिले के सरकारी अस्पतालों की तरह अब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी जन औषधि केंद्र खुल गए हैं। इसके बाद मरीजों को बाहर दवाई लेने नही जाना पड़ेगा। स्वास्थ्य केंद्र परिसर में ही वह सस्ते दाम पर औषधि केंद्र से दवाइयां ले सकेंगे।  

डिप्टी सीएम ने कहा कि अस्पतालों में आने वाले मरीजों को किफायती दाम पर जरूरी दवाइयां मिल सकें, इसके लिए जन औषधि केंद्र का संचालन किया जा रहा है। ओपीडी और वार्ड में भर्ती मरीजों को जो दवाइयां अस्पताल में नहीं मिल पाती हैं, वे जन औषधि केंद्रों से लेनी पड़ती हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब चरणबद्ध तरीके से स्वास्थ्य केंद्रों पर भी केंद्रों के संचालन का निर्णय लिया गया है। पहले चरण में ग्रामीण इलाकों में छह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जन औषधि केंद्रों का उद्घाटन हुआ। सात और स्वास्थ्य केंद्रों पर जन औषधि केंद्र खोले जाने हैं। यहाँ से वह बड़ा लालपुर रवाना हुए। यहां दीनदयाल हस्तकला संकुल में आयोजित आयुर्योग एक्सपो में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।