कमिश्नरेट पुलिस ने साइबर फ्रॉड के 52.25 लाख वापस कराए, CP बोले साइबर फ्रॉड हो तो मिलाए यह नंबर...
कमिश्नरेट के साइबर क्राइम टीम ने फ्रॉड के 52.25 लाख रुपए जनता के इस साल 10 महीनों में बचा लिया है. शिकार हुए लोगों से शनिवार को पुलिस कमिश्नर ने मुलाकात की. इस दौरान पुलिसकर्मी भी सम्मानित किया गया.
वाराणसी,भदैनी मिरर। इस साल अब तक 10 महीने में कमिश्नरेट पुलिस ने साइबर फ्रॉड हुए 52 लाख 25 हजार 719 रुपए रिफंड कराए है. शनिवार को साइबर के शिकार हुए लोगों से पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने अपने कैंप कार्यालय पर मुलाकात की. इस दौरान लोगों के चेहरे पर पैसे रिफंड होने से खुशी थी. शिकार लोगों ने साइबर सेल की तत्परता को सराहते हुए पुलिस को धन्यवाद कहा. वहीं, पुलिस कमिश्नर ने साइबर क्राइम सेल टीम का सम्मान भी किया.
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने कहा कि साइबर फ्रॉड होने पर तत्काल 1930 पर कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज कराएं, यदि प्रकरण कमिश्नरेट वाराणसी से संबंधित हो तो साइबर सेल के नंबर 7839856954 पर भी तत्काल संपर्क करें.
इनके पैसे वापस हुए
- 2 मार्च 2022 को शिकायतकर्ता के द्वारा साइबर सेल में अपने साथ हुए फ्रॉड की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ता द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा गूगल से एसबीआई कस्टमर केयर नंबर निकाला गया था जो कि फ्रॉड का था। वह उस नंबर को कस्टमर केयर का सही नंबर समझ कर उसके झांसे में आ गए। फ्रॉड द्वारा स्क्रीन-शेयरिंग ऐप डाउनलोड कराकर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया गया। साइबर सेल द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए विभिन्न वालेट / बैंक से लगातार किया गया। नतीजतन, 3 घंटे के अंदर 8 लाख 63 हजार रुपए बचा लिए गए।
- भेलूपुर निवासी एडवोकेट अनिल बजाज ने साइबर सेल को बताया था कि उनके मोबाइल पर रात में एक मैसेज आया था। मैसेज में लिखा था कि बिल अपडेट न होने के कारण आज रात आपकी बिजली काट दी जाएगी। मैसेज देख कर वह घबरा गए थे। मैसेज में दिए गए लिंक पर क्लिक करने पर उनके खाते से 2 लाख 45 हजार रुपए निकाल लिए गए। शिकायत मिलने पर साइबर सेल ने 2 लाख 45 हजार रुपए रिफंड कराए।
- सिकरौल की मधु सिंह ने साइबर सेल में बताया था कि उनको फ्रॉड ने बैंक ऑफ बड़ौदा का मैनेजर बनकर एटीएम कार्ड और ओटीपी पूछकर धोखाधड़ी उनके खाते से 2 लाख रुपए निकाल लिए थे। साइबर सेल ने कार्रवाई करते हुए 2 लाख रुपए रिफंड कराए।
- पांडेयपुर निवासी अरुण कुमार उपाध्याय ने साइबर फ्रॉड की शिकायत दर्ज कराई थी। उनके अनुसार, मारूति कूरियर कंपनी का आदमी बताकर यूपीआई के माध्यम से 94,795 रुपए की धोखाधड़ी की गई। साइबर सेल ने कार्रवाई करते हुए 94,795 रुपए को रिफंड कराया।
- गिलट बाजार निवासी जगदीश सिंह द्वारा साइबर सेल में को बताया गया था कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा बिजली विभाग का अधिकारी बनकर बिजली कनेक्शन काटने के नाम पर 1,19,247 रुपए का फ्रॉड किया गया। साइबर सेल ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए 1,19,247 रुपए रिफंड कराया।
- भेलूपुर निवासी बीएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट रतिश कुमार पांडेय ने बिजली विभाग का अधिकारी बनकर बिजली कनेक्शन काटने के नाम पर उनके साथ 1,74,000 रुपए का फ्रॉड किया है। साइबर सेल ने कार्रवाई करते हुए 1,74,000 रुपए रिफंड कराया।
यह पुलिसकर्मी हुए सम्मानित
सर्विलांस सेल के प्रभारी इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पांडेय, साइबर सेल प्रभारी दरोगा शांतनु सिंह, कंप्यूटर ऑपरेटर परवेज अख्तर, आरक्षी विराट सिंह, आरक्षी आदर्श आनंद सिंह, आरक्षी मनीष कुमार शर्मा, आरक्षी अखिलेश सोनकर, महिला आरक्षी दीपिका सोनकर और लंका थाने के इंस्पेक्टर सहजानंद श्रीवास्तव, दरोगा शिवाकर मिश्रा, दरोगा अनिल राजपूत, आरक्षी सत्यदेव गौड़।
(पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने सर्विलांस सेल प्रभारी इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पांडेय को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।)
आमजन को CP ने दिया यह सुझाव
- बैंक संबंधित संवेदनशील जानकारी जैसे कि ओटीपी, पिन, सीवीवी आदि किसी के साथ साझा न करें।
- अपने मोबाइल फोन में किसी के कहने पर स्क्रीन-शेयरिंग ऐप जैसे कि AnyDesk, Quick Support, TeamViewer आदि इंस्टॉल न करें।
- गूगल सर्च पर कस्टमर केयर के नाम से उपलब्ध नंबरों पर बिना जांचे-परखे विश्वास न करें.
- लोन केवल विश्वसनीय बैंक / आर्थिक संस्थान से ही प्राप्त करें.
- क्रेडिट कार्ड एक्टीवेशन / ब्लॉक / केवाईसी के नाम पर किसी भी व्यक्ति को बैंक संबंधित संवेदनशील जानकारी न दें.
- OLX / Quikr / Facebook (Meta) जैसी वेबसाइट पर उपलब्ध सामग्रियों का भुगतान बिना भौतिक सत्यापन और सघन जांच के न करें.
(साइबर क्राइम के लिए अच्छा काम करने पर लंका थाने के इंस्पेक्टर सहजानंद श्रीवास्तव को भी पुलिस कमिश्नर ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।)