सपा सांसद अफजाल अंसारी के खिलाफ गाजीपुर में केस दर्ज, साधु-संतों पर गांजा पीने का लगाया था आरोप

समाजवादी पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी के खिलाफ महाकुंभ मेले को लेकर दिए गए विवादित बयान के चलते FIR दर्ज की गई है.

सपा सांसद अफजाल अंसारी के खिलाफ गाजीपुर में केस दर्ज, साधु-संतों पर गांजा पीने का लगाया था आरोप

गाजीपुर। समाजवादी पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी के खिलाफ महाकुंभ मेले को लेकर दिए गए विवादित बयान के चलते FIR दर्ज की गई है. तीन दिन पहले अफजाल अंसारी ने साधु-संतों और मठों को लेकर बयान दिया था, जिसमें उन्होंने साधु-संतों पर गांजा सेवन करने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि मठों में साधु-संत गांजा पीते हैं और अगर कुंभ में मालगाड़ी भरकर गांजा भेजा जाए, तो वह भी खत्म हो जाएगा.

गाजीपुर पुलिस ने इस बयान पर खुद संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज की है. एसपी डॉ. ईरज राजा ने बताया कि चौकी प्रभारी राजकुमार शुक्ला की तहरीर पर सांसद के खिलाफ 353(3) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें पांच साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान है.

अफजाल अंसारी का विवादित बयान

गाजीपुर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अफजाल अंसारी ने मठों और कुंभ मेले से जुड़ी गतिविधियों पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, "साधु-संत मठों में बैठकर गांजा पीते हैं. लखनऊ में भी साधु-संतों द्वारा गांजा सेवन किया जाता है। अगर कुंभ मेले में मालगाड़ी भरकर गांजा भेजा जाए, तो भी खत्म नहीं होगा. इसके साथ ही, उन्होंने सुझाव दिया कि गांजे को वैध कर देना चाहिए, क्योंकि लाखों लोग इसका सेवन करते हैं और इसे धार्मिक प्रसाद मानते हैं. उन्होंने यह भी सवाल किया कि अगर गांजा अवैध है, तो लोग इसे खुलेआम कैसे पी रहे हैं? अंसारी ने योगी सरकार से इसे कानूनी मान्यता देने की मांग की.

इसके अलावा, अफजाल अंसारी ने तिरुपति बालाजी के लड्डू विवाद पर भी टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि लड्डू में मिलावट के पीछे गुजरात की किसी कंपनी को ठेका दिलाने का उद्देश्य थ. उन्होंने यूपी में एनकाउंटर की नीति का विरोध नहीं किया, लेकिन कहा कि इसे सही तरीके से किया जाना चाहिए. साथ ही, उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान ‘ठोक दो’ पर भी सवाल उठाया.

पुलिस ने स्वतः दर्ज की एफआईआर

गाजीपुर पुलिस ने सांसद अफजाल अंसारी के बयान पर खुद संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया. चौकी प्रभारी राजकुमार शुक्ला की शिकायत पर यह मामला दर्ज हुआ, जिसमें कहा गया कि सांसद के बयान से साधु समाज में रोष है. कई साधु-संतों ने इस बयान के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और जल्द कार्रवाई की तैयारी में है.

सपा का पलटवार: अदालत में होगी चुनौती

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज यादव ने एफआईआर को लेकर भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अफजाल अंसारी ने कोई गलत बयान नहीं दिया है, बल्कि उन गतिविधियों को कानूनी मान्यता देने की बात की है, जो पहले से अवैध रूप से हो रही हैं. उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या साधु-संत गांजा का सेवन नहीं करते? सपा इस एफआईआर को अदालत में चुनौती देगी और कानूनी लड़ाई लड़ेगी.

हिंदू संगठनों का विरोध

अफजाल अंसारी के बयान के बाद हिंदू संगठनों और संत समाज की कड़ी प्रतिक्रिया आई है. पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि हिंदू आस्था पर हमला करना अब एक फैशन बन गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि सनातन धर्म को कमजोर करने की कोशिशें हो रही हैं.

अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने भी बयान की निंदा की. उन्होंने कहा कि मस्जिदों और मदरसों में भी कई गलत काम होते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि साधु-संतों पर इस तरह के आरोप लगाए जाएं. अगर अंसारी माफी नहीं मांगते, तो हिंदू महासभा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी.

गिरिराज सिंह की प्रतिक्रिया

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी इस विवाद पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि जो लोग हिंदू साधुओं पर सवाल उठा रहे हैं, उन्हें संत कबीर की पंक्तियां याद करनी चाहिए: ‘कांकर पाथर जोड़ि कै मस्जिद लई बनाय, ता चढ़ि मुल्ला बांग दे क्या बहरा हुआ खुदाय.

अफजाल अंसारी के इस विवादित बयान के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. FIR दर्ज हो चुकी है और साधु-संतों के साथ-साथ हिंदू संगठनों ने इस पर कड़ा विरोध जताया है. समाजवादी पार्टी ने अपने सांसद का बचाव करते हुए कानूनी लड़ाई लड़ने की बात कही है। अब इस मुद्दे पर पुलिस की जांच और अदालत का फैसला महत्वपूर्ण रहेगा.