कोर्ट के आदेश पर VDA सचिव सहित 11 कर्मचारियों पर केस, अवैध तरीके से बाउंड्री वॉल तोड़ने का आरोप...
Case against 11 employees including VDA secretary on court order accused of illegally breaking boundary wallकोर्ट के आदेश पर VDA सचिव सहित 11 कर्मचारियों पर केस, अवैध तरीके से बाउंड्री वॉल तोड़ने का आरोप...
वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) के सचिव सहित 11 कर्मचारियों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर शिवपुर थाने में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। आरोप है कि नक्शा पास न होने की बात कहकर वीडीए दस्ता ने मनमानी करते हुए बाउंड्री वॉल को गिरा दिया था। पीड़िता के अधिवक्ता पति ने बताया कि न्याय के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया है।
वाराणसी के शिवपुर थाना क्षेत्र के विंध्यवासिनी नगर नगर कालोनी निवासी अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने बताया की शिवपुर के तरना स्थित पत्नी संगीता सिंह के नाम से 3150 वर्गफुट का एक प्लाट है। प्लाट पर संगीता सिंह ने 2012 में बाउंड्री वॉल करा रखी थी। अजय प्रताप सिंह को स्थानीय परिचित ने फोन कर बताया की आप की जमीन की बाउंड्री को वीडीए द्वारा जेसीबी लगा कर गिराया जा रहा है। बाउंड्री ढहाए जाने की सूचना पर अजय प्रताप सिंह अपने प्लाट पर पहुंचे जहा पर वीडीए के जोनल अधिकारी परमानंद यादव , जेई रामचंद्र, पीएन दुबे , प्रमोद तिवारी सहित वीडीए के 10 से 11 कर्मचारी मौके पर मिले बाउंड्री को ढहाने के सवाल पर बताया की आप का नक्शा पास नही है, ये बाउंड्री अवैध तरीके से बनाई गई है।
न्याय न मिलने पर कोर्ट का लिया शरण
अजय प्रताप सिंह ने आरोप लगाया की अधिकारियों के द्वारा यह कहा गया की सचिव सुनील कुमार वर्मा का आदेश है की 15 हजार आप के द्वारा देने पर बाउंड्री वॉल नही गिराई जाएगी। अजय प्रताप सिंह ने 15 हजार रुपए देने से मना करने पर वीडीए अधिकारी धमकाते हुए उनके पेशे पर कमेंट करते हुए बाउंड्री को गिरा कर गेट को उठा कर ले गए।अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने बताया की वीडीए के अधिकारियों के गलत आचरण की शिकायत शिवपुर थाने से लेकर वाराणसी पुलिस के उच्चाधिकारियों के करने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई तो मजबूर हो कर कोर्ट की शरण में जाना पड़ा।