सीपी के क्राइम मीटिंग में दो टूक- घटनास्थल पर खुद जाएं थानेदार हर सूचना दें ACP को, पुरानी घटनाओं को लेकर जताई नाराजगी, थाने में आवासित रहे थानेदार
वाराणसी,भदैनी मिरर। पुलिस कमिश्नर (सीपी) ए. सतीश गणेश ने मंगलवार को यातायात पुलिस लाइन में अपराध संगोष्ठी आयोजित की। इस दौरान सभी राजपत्रित अधिकारी मौजूद रहे। पुलिस कमिश्नर ने पिछले दिनों हुई घटनाओं को निस्तारित करने का आदेश दिया। सीपी ने कहा कि छोटी-बड़ी सभी घटनाओं में मौके पर प्रभारी निरीक्षक (इंस्पेक्टर) खुद जाए। पिछले दिनों हुई दवा व्यापारी से वरुणा पुल के समीप टप्पेबाजी और शिवपुर में हुई छिनैती में जांच की प्रगति जानी।
थानों में ही रहे प्रभारी निरीक्षक
सीपी ने कहा कि सभी थानाध्यक्ष थाने में ही आवासित रहे, किसी भी बड़ी घटनाओं को लेकर खुद को चौकन्ना रखे। थाना परिसर में ही सभी प्रभारी निरीक्षक आवासित हो। निर्देशित किया कि रात्रि दिवसाधिकारी यह तय करें कि रात में आई शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण हो। दोनों जोन (काशी और वरुणा) के डीसीपी को निर्देशित किया कि अपने अधीनस्थ सहायक पुलिस आयुक्त कार्यालयों का निरीक्षण नियमित रूप से करें।
छात्रा के प्रकरण को लेकर जताई नाराजगी
बैठक में सीपी ए. सतीश गणेश ने लंका के डाफी निवासी छात्रा के मामलें में परिजनों द्वारा लंका थाने और रमना चौकी पर जाने के बाद भी दिलचस्पी न लिए जाने के प्रकरण में काफी नाराज दिखे। सीपी ने स्पष्ट कहा कि महिला से सम्बन्धित अपराध में तत्काल अभियोग पंजीकृत करते हुए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित किये। थानो में बने महिला हेल्प डेस्क पर संवेदनशील महिला पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की जाए।
अवैध शराब और दवा की कालाबाजारी रोकें
बैठक में सीपी ने दो टूक शब्दों में कहा कि कमिश्नरेट के भीतर कही भी अवैध के कारोबार की सूचना नहीं मिलनी चाहिए, शराब माफियाओं अथवा उसकी सप्लाई करने वालों पर नकेल कसा जाए। सभी प्रभारी निरीक्षक शिकायतकर्ताओं की सभी सूचना अपने सहायक पुलिस आयुक्त को तत्काल दें और किसी भी रूप में पीड़ित, फरियादी को अनावश्यक रूप से इधर-उधर न भेजे। साथ ही निर्देशित किया कि समस्त थानाध्यक्षों को दवा की कालाबाजारी को रोकने हेतु सम्बन्धित विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए प्रभावी कार्यवाही करें। अराजक, दबंग, गुण्डा, माफिया आदि को चिन्हित कर उनके विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही हो। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अवैध शराब की बिक्री का प्रकरण सामने आने पर संबंधित क्षेत्र के बीट आरक्षी, चौकी प्रभारी से लेकर थानेदार तक कार्रवाई की जद में आएंगे।