लौह पुरुष की जयंती पर अफसर, मंत्री सहित जनता ने एकता दौड़ में लिया हिस्सा, याद किया गया योगदान...
लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म दिवस राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता के रूप में मनाया गया।
वाराणसी, भदैनी मिरर। लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म दिवस राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर मंगलवार को प्रातः संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, एटीएम सिटी आलोक कुमार वर्मा, क्षेत्रीय सांस्कृतिक अधिकारी सुभाष चंद्र यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, पीडी डीआरडीए व क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी ने लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित किए.
इस अवसर पर मंत्री रविंद्र जायसवाल ने मौके पर मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय एकीकरण में लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण रही है। इनके जन्म दिवस को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। इस दिन भारत के एकता और अखंडता की सुरक्षा करने का प्रण लिया जाता है। सरदार पटेल भारत के पहले गृह मंत्री थे, जिन्हें उनकी हिम्मत और गजब की लीडरशिप के लिए प्यार से सरदार बुलाया जाता है।इन्हें अखण्ड भारत के निर्माण के लिए जाना जाता है। आजादी के बाद भारत को एक राष्ट्र बनाने के लिए इन्होंने पूरे भारत में घूमकर सभी रजवाड़ों को एक कर आज के भारत का निर्माण किया था। इसलिए साल 2014 से इनके जन्मदिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर उन्होंने लोगों को राष्ट्रीय एवं अखंडता की शपथ भी दिलाई तथा तत्पश्चात एकता दौड़ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो मलदहिया चौराहा स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर पहुंची। एकता दौड़ में भारी संख्या में लोगों के साथ ही स्वयं मंत्री रविंद्र जायसवाल, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, एटीएम सिटी आलोक कुमार वर्मा, क्षेत्रीय सांस्कृतिक अधिकारी सुभाष चंद्र यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, पीडी डीआरडीए व क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी भी शामिल रहे। मलदहिया पहुंचने पर लोगों ने सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर भी माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।