BHU: बदलना पड़ा फैसला, हृदय रोग विभागाध्यक्ष की कमान 55 दिन बाद प्रोफेसर ओम शंकर के हाथ...
बीएचयू अस्पताल में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का चौथा तल पूरा और पांचवां तल आधा हृदय रोग विभाग को आवंटित करने की मांग को लेकर प्रो. ओमशंकर द्वारा किए गए 11 मई से 30 मई तक विभाग में अनशन के दौरान बीएचयू प्रशासन ने उन्हें विभागाध्यक्ष के पद से हटा दिया था विभागाध्यक्ष की कमान प्रो. विकास अग्रवाल को दे दिया गया था.
वाराणसी, भदैनी मिरर। बीएचयू अस्पताल में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का चौथा तल पूरा और पांचवां तल आधा हृदय रोग विभाग को आवंटित करने की मांग को लेकर प्रो. ओमशंकर द्वारा किए गए 11 मई से 30 मई तक विभाग में अनशन के दौरान बीएचयू प्रशासन ने उन्हें विभागाध्यक्ष के पद से हटा दिया था विभागाध्यक्ष की कमान प्रो. विकास अग्रवाल को दे दिया गया था. अब विश्वविद्यालय प्रशासन ने 55 दिन बाद बृहस्पतिवार को बीएचयू प्रशासन ने अपने फैसले वापस लेते हुए पुनः प्रोफेसर ओम शंकर को विभागाध्यक्ष बना दिया है.
बता दें, अनशन के दौरान भी प्रो. ओमशंकर ने मरीजों को परामर्श दिया और सर्जरी वाली टीम का विभाग में अनशन स्थल से बैठकर ही मार्गदर्शन भी किया. 24 मई को विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक आदेश जारी कर विभाग में प्रो. ओमशंकर के अनुपलब्धता का हवाला देते हुए प्रो. विकास अग्रवाल को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी थी. प्रो. ओमशंकर ने विश्वविद्यालय प्रशासन को एक पत्र लिखकर विभागाध्यक्ष पद से हटाने के आदेश को गलत बताया था और फैसले के खिलाफ अपील भी की थी.
प्रो. ओमशंकर ने बताया कि नियमानुसार विभागाध्यक्ष पद के तीन साल का कार्यकाल 31 जुलाई को पूरा होना था, हालांकि 55 दिन तक विश्वविद्यालय प्रशासन ने पद से विमुक्त रखा. ऐसे में विभागाध्यक्ष पद का कार्यकाल अब 24 सितंबर को पूरा होगा.