एपेक्स ऑक्यूपेशनल थेरेपी यूनिट ने आयोजित किया ऑटिज़म जागरूकता...
एपेक्स सुपर स्पैशलिटी हॉस्पिटल के ऑक्यूपेशनल थेरेपी विभाग द्वारा ऑटिज्म जागरूकता को समर्थन एवं सक्रिय रूप से योगदान देने के उद्देश्य से हॉस्पिटल कर्मचारियों, नर्सिंग, फिजियों, पैरामेडिकल, आयुर्वेद, फार्मेसी के छात्रों एवं फैकल्टी के विश्व ऑटिज़म दिवस के अवसर पर निबंध एवं पोस्टर प्रतियोगिता सहित जागरूकता सत्र आयोजित किया गया.
वाराणसी। एपेक्स सुपर स्पैशलिटी हॉस्पिटल के ऑक्यूपेशनल थेरेपी विभाग द्वारा ऑटिज्म जागरूकता को समर्थन एवं सक्रिय रूप से योगदान देने के उद्देश्य से हॉस्पिटल कर्मचारियों, नर्सिंग, फिजियों, पैरामेडिकल, आयुर्वेद, फार्मेसी के छात्रों एवं फैकल्टी के विश्व ऑटिज़म दिवस के अवसर पर निबंध एवं पोस्टर प्रतियोगिता सहित जागरूकता सत्र आयोजित किया गया. सत्र का शुभारंभ करते हुए एपेक्स के चेयरमैन डॉ एसके सिंह एवं डायरेक्टर डॉ अंकिता पटेल ने अपने संभाषण में कहा कि ऑटिज्म एक सामाजिक समस्या है जो विभिन्न रूपों में प्रकट हो सकती है और इस मुद्दे से निपटने के लिए ऑटिज्म से प्रभावित लोगों के प्रति समझ और समर्थन को बढ़ाना ही हमारा लक्ष्य होना चाहिए.
जागरूकता सत्र की अतिथि वक्ता राजघाट बसंता स्कूल क्लीनिकल साईक्लॉजिस्ट डॉ अज़रा शाज़ी ने औटिज्म के मनोवैज्ञानिक पहलू एवं फिजियों फैकल्टी एमपीटी पीड़ियाट्रिक डॉ मुमुक्षु मोदी ने ऑटिज़म की जानकारी दी. एपेक्स की ऑक्यूपेशनल थेरेपी विशेषज्ञ डॉ सौम्याश्री ने वीडियो के माध्यम से इसके लक्षणों एवं व्यावहारिक व्यायामों द्वारा इसके प्रबंधन को समझाते हुए ऑटिज्म से प्रभावित बच्चों के परिवार जनों से थेरेपी द्वारा उन्हें अपना कार्य स्वयं करने के लिए सक्षम बनाने में सहयोग करने की अपील की. इस अवसर पर इंटर्न्स छात्रों द्वारा ऑटिज़म जागरूकता पर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करते हुए ऑटिस्टिक बच्चों को उपहार भेंट कर उनके मनोबल को बढ़ावा दिया. सत्र का संचालन फिजियोंथेरेपी कॉलेज के उप-प्रधानाचार्य डॉ पुनीत जायसवाल द्वारा किया गया.