ज्ञानवापी को लेकर अंजुमन इंतजामिया मसाजिद ने जारी किया पत्र, उठाया सवाल...

ज्ञानवापी के व्यासजी तहखाने में हिंदुओं को पूजा का अधिकार दिए जाने के बाद मुस्लिम पक्ष लगातार नाराजगी जता रहा है.

ज्ञानवापी को लेकर अंजुमन इंतजामिया मसाजिद ने जारी किया पत्र, उठाया सवाल...

वाराणसी, भदैनी मिरर। ज्ञानवापी के व्यासजी तहखाने में हिंदुओं को पूजा का अधिकार दिए जाने के बाद मुस्लिम पक्ष लगातार नाराजगी जता रहा है. शनिवार को भी अंजुमन इंतजामिया मसाजिद वाराणसी के सेक्रेटरी मौलाना अब्दुल बातिन ने एक और पत्र जारी किया. जिसमें उन्होंने अपने कौम के लोगों का ध्यानवाद ज्ञापित करते हुए नाराजगी और सवाल खड़ा किए है.

पहले जुमे पर बंदी रही सफल

अंजुमन इंतजामिया मसाजिद वाराणसी के सेक्रेटरी मौलाना अब्दुल बातिन के अपील पर वाराणसी में बंदी सफल होने पर कहा है कि बनारस की ओर से शांतिपूर्ण विरोध के तौर पर जुमा के दिन बनारस और बनारस समेत देश के तमाम मुसलमानों से मस्जिदों में विशेष दुआ ख़ानी की अपील पर एक स्वर में उस पर पूर्ण रूप से कार्यान्वयन के लिए अंजुमन इंतिजामिया मसाजिद तमाम मिल्ली इदारों, उलमा ए किराम, सरबराहने कौम, नगर के संभ्रांत जन और अवाम का शुक्रिया अदा करती है.

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जिला प्रशासन पर सवाल

मौलाना अब्दुल बातिन ने पत्र में कहा है कि जामे मस्जिद ज्ञानवापी बनारस के दक्षिणी तहखाने में पूजा पाठ की ज़िला जज की ओर से दी गई अनुमति के आधार पर ज़िला प्रशासन ने न सिर्फ रातों-रात उस में मूर्तियां रखवा दीं, बल्कि सीआरपीएफ जैसी फ़ोर्स जिसकी कार्यप्रणाली पर सभी को विश्वास था, उस को भी इस साज़िश में शामिल किया गया.
ज़िला जज और ज़िला प्रशासन की इस एकतरफा कार्यवाही से हम सभी की भावनाओं को ठेस पहुंची है और अदालत के इस फ़ैसले की हम कड़ी निंदा करते हैं.
उन्होंने आगे भी अपने कौम के लोगों से सहयोग की अपील की और यकीन दिलाया हैं कि जामे मस्जिद ज्ञानवापी की सुरक्षा और संरक्षण के लिए आख़री दम तक हम कोशिश करते रहेंगे.