BCPM के स्थानांतरण से आक्रोशित आशा कार्यकत्रियों ने सीएमओ ऑफिस का किया घेराव, साथी संगीता गिरी पर लगाए यह गंभीर आरोप...

काशी विद्यापीठ ब्लॉक पर तैनात BCPM संगीता देवी के ऊपर पैसे मांगने के आरोप में जांचोपरांत स्थानांतरण के विरोध में काशी विद्यापीठ की सैकड़ों आशा और संगिनी कार्यकत्रियों ने सीएमओ ऑफिस का घेराव किया.

BCPM के स्थानांतरण से आक्रोशित आशा कार्यकत्रियों ने सीएमओ ऑफिस का किया घेराव, साथी संगीता गिरी पर लगाए यह गंभीर आरोप...

वाराणसी,भदैनी मिरर। काशी विद्यापीठ ब्लॉक पर तैनात BCPM संगीता देवी के ऊपर पैसे मांगने के आरोप में जांचोपरांत स्थानांतरण के विरोध में काशी विद्यापीठ की सैकड़ों आशा और संगिनी कार्यकत्रियों ने सीएमओ ऑफिस का घेराव किया. इस दौरान जमकर कार्यकत्रियों ने नारेबाजी करते हुए पैसे मांगने के आरोप को गलत बताते हुए कहा की आशा कार्यकत्री संगीता गिरी अन्य कार्यकत्रियों को धमकी देती है. आशा कार्यकत्रियों ने सीएमओ डाक्टर संदीप चौधरी से मुलाकात कर अपनी समस्या बताई. इस दौरान आशा कार्यकत्रियों ने स्थानांतरण वापस लेने की मांग की. 

कभी नहीं ली एक पैसा, सभी आरोप बेबुनियाद

आशा कार्यकत्री सविता पाल ने बताया की तत्कालीन बीसीपीएम संगीता देवी आशा कार्यकत्रियों से हमेशा शालीनता से पेश आती थी और आज तक उन्होंने एक पैसे किसी से नहीं मांगे. उनके ऊपर जो आरोप लगे है वह बेबुनियाद है, आरोप लगाने वाली आशा कार्यकत्री संगीता गिरी के पास इसका कोई प्रमाण नहीं है. सीएमओ ऑफिस पहुंची आशा कार्यकत्रियों ने बताया की संगीता गिरि  काशी विद्यापीठ की आशा व संगिनियों को 1 माह से लगातार धमकी दे रही थी की वह वर्तमान बीसीपीएम को हटाकर अपने घनिष्ठ मित्र DCPM रमेश वर्मा की पत्नी ममता वर्मा जो अराजीलाइन से  BCPM काशी विद्यापीठ पर बुलाकर रहेंगी. उन्होंने बताया की संगीता गिरि आशा सभी आशाओं को सीएमओ आफिस में कार्यरत एके मौर्या और रमेश वर्मा का नाम लेकर दबाव बनाती है कि सभी आशाएँ बीसीपीएम के खिलाफ बोलें. उन्होंने आरोप लगाया कि संगीता गिरि अक्सर आशाओं के साथ बहस व गाली गलौज करती है तथा मना करने पर नौकरी से निकलवाने की धमकी देती है. 

नियमनुसार होगी कार्यवाही

सीएमओ संदीप चौधरी ने बताया की काशी विद्यापीठ की आशा कार्यकत्री आई थी. उन्होंने अपना ज्ञापन सौंपा है, उनकी बातों को सुना गया है. उन्होंने बताया की काशी विद्यापीठ ब्लॉक की बीसीपीएम पर अनैतिक कार्य में संलिप्तता की शिकायत आई थी, जिला स्तर से 3 सदस्यीय टीम गठित की गई थी, जांचोपरांत व्यवस्था को ठीक करने के लिए स्थानातरण की कार्यवाही हुई थी. आशा कार्यकत्रियों की बात सुनी गई है, नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी.