छेड़खानी की घटना से नाराज दृष्टिबाधित छात्रों ने BHU मुख्यद्वार के बाद VC आवास पर दे रहे धरना, जाने क्या है वजह...

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में दृष्टिबाधित छात्रा से हुई छेड़खानी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।

छेड़खानी की घटना से नाराज दृष्टिबाधित छात्रों ने BHU मुख्यद्वार के बाद VC आवास पर दे रहे धरना, जाने क्या है वजह...

वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में दृष्टिबाधित छात्रा से हुई छेड़खानी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मामले को लेकर बीते 10 दिनों से वीसी आवास पर धरने पर बैठे दृष्टिबाधित छात्रों के साथ अन्य विश्वविद्यालय के छात्र शनिवार को विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठ गए।

इस दौरान छात्रों ने बताया की विश्वविद्यालय में आये दिन छात्राओं के साथ छेड़खानी हो रही है। बीते 25 जनवरी की शाम भी विश्वविद्यालय की दृष्टिबाधित छात्रा के साथ छेड़खानी हुई। आरोपी के खिलाफ एक दिन कार्रवाई कर उसे जमानत पर छोड़ दिया गया और छात्रा का बयान तक नही लिया गया। आरोपी को सजा दिलाने की मांग को लेकर हम बीते 10 दिनों से वीसी आवास पर धरने पर बैठे हैं और हमसे वार्ता करने तक के लिए वीसी के पास समय नही हैं। 30 जनवरी को वीसी ने 10 छात्रों से बात करने की बात कही थी। लेकिन जब छात्र उनसे बात करने पहुँचे तो उन्होंने छात्रों को यह कहकर बात करने से मना कर दिया कि आज बजट पास हुआ है और बजट पर मुझे अपना इंटरव्यू देना है। छात्रों ने कहा कि यदि वीसी को राजनीति ही करनी है तो वह विश्वविद्यालय में क्यों हैं।

छात्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमें दिव्यांग की संज्ञा दी है और उन्ही के संसदीय क्षेत्र में दिव्यांगों के साथ इस तरह का दुव्यर्वहार हो रहा है जो कि निंदनीय है। आज हम राज्य और केंद्र सरकार से मांग करने आये हैं कि जल्द ही मामले को संज्ञान में लेते हुए उचित कार्रवाई करें। यदि वीसी से विश्वविद्यालय नहीं सम्भल रहा तो वह इस्तीफा दे दें। यदि चीफ प्रॉक्टर विश्वविद्यालय की छात्राओं को सुरक्षा नहीं दे पा रहे तो वह भी इस्तीफा दे दें।

छात्रों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द से जल्द मामले को लेकर उचित करवाई नही हुई तो हम आमरण अनशन और आत्मदाह के लिए बाध्य होंगे।