बैंकों से हेराफेरी कर पैसे चुराने वाले 5 शातिर बदमाश गिरफ्तार, 1.20 लाख रुपये नगद बरामद... 

बैंकों में ग्राहकों से हेराफेरी कर धोखाधड़ी करके पैसों की चोरी करने अन्तर्राज्यीय गिरोह के पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर पुलिस ने खुलासा किया है.

बैंकों से हेराफेरी कर पैसे चुराने वाले 5 शातिर बदमाश गिरफ्तार, 1.20 लाख रुपये नगद बरामद... 

वाराणसी,भदैनी मिरर। बैंकों में ग्राहकों से हेराफेरी कर धोखाधड़ी करके पैसों की चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर सारनाथ और एसओजी टीम ने पर्दाफाश किया है. घटना का खुलासा एडीसीपी वरुणा जोन ने पुलिस लाइन स्थित नवीन सभागार में आयोजित पत्रकारवार्ता में  किया. आरोपियों के पास से पुलिस ने 3 मोबाइल, 2 मोटरसाइकिल व 1 लाख 20 हजार रुपये बरामद किया है. पांचों बिहार के रहने वाले है.

एडीसीपी वरुणा जोन ने बताया कि सारनाथ, चौबेपुर और गाजीपुर के मोहम्मदाबाद से संबंधित वांछित शातिर बदमाशों की तलाश थी. पुलिस ने बिहटा गोरया स्थाना बिहटा जनपद पटना (बिहार) निवासी जितेन्द्र कुमार, राजेश्वर तिवारी, रवि मिश्रा, हरेन्द्र तिवारी और रंजन मिश्रा को गिरफ्तार किया है. पांचों की गिरफ्तार फरीदपुर अंडरपास थाना सारनाथ से गिरफ्तार किया है. इनके पास से 3 मोबाइल,2 मोटरसाइकिल व अलग-अलग घटनाओं से प्राप्त रूपयों में से खर्च के बाद बचे शेष 1.20 हजार रुपये नकद बरामद किया है. जिसमें तीनों घटनाओं की धनराशि शत-प्रतिशत बरामद की गयी है.

यह है अपराध का तरीका

एडीसीपी वरुणा जोन ने बताया कि पूछताछ में सभी ने बताया कि सभी मिलकर एक गैंग संचालित करते है. जो बिहार व उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में विभिन्न शहरों में बैंकों में जाकर ग्राहकों से हेराफेरी करके धोखाधड़ी के माध्यम से पैसे चोरी करके घटना को अन्जाम देते हैं. पूछने पर आगे बताया कि हम लोग बैंक में जाकर अधिक पैसे निकालने वालों को टारगेट करते हैं तथा उनके साथ धोखाधड़ी करके उनके पैसे फटे व नकली होने का कहकर उन्हें अपनी बातों में लेकर उनके पैसे को अपने पास रखे पैसे से अदला-बदली कर चोरी कर लेते हैं। फिर वहां से फरार हो जाते है. एडीसीपी वरुणा जोन ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों का पुराना आपराधिक इतिहास है. जितेंद्र कुमार के विरुद्ध आजमगढ़, बलिया, मऊ, मिर्जापुर, वाराणसी और गाजीपुर में कुल 11 मुकदमें दर्ज है.वहीं रवि मिश्रा के विरुद्ध छह मुकदमें और रंजन मिश्रा के विरुद्ध चार मुकदमें पंजीकृत है. अन्य आरोपियों के बारे में पता किया जा रहा है.

गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में सारनाथ प्रभारी निरीक्षक उदय प्रताप सिंह, दरोगा अरविन्द कुमार यादव, महेश मिश्रा, प्रदीप सिंह, हेड कांस्टेबल विनोद कुमार और कांस्टेबल सौरभ तिवारी शामिल है. एसओजी टीम से प्रभारी मनीष मिश्रा, दरोगा विनोद विश्वकर्मा, अरुण प्रताप सिंह, गौरव कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल विजय शंकर राय, ब्रम्हदेव सिंह चंद्रभान यादव, प्रमोद सिंह, कांस्टेबल रामशंकर यादव, पवन तिवारी, मयंक त्रिपाठी, मनीष बघेल, चालक उमेश सिंह शामिल रहे.