वाराणसी: यातायात सुधार में लापरवाही बरतने वाले 22 पुलिसकर्मी हटाए गए
पुलिस कमिश्नरेट ने सिगरा थाना रोडवेज चौकी के सभी 22 सिपाहियों को वहां से हटा दिया, जिससे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया.
वाराणसी, भदैनी मिरर। शहर में जाम की समस्या से निपटने के लिए हाल ही में पुलिस द्वारा चलाए गए अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत वाराणसी के रोडवेज क्षेत्र में अवैध वाहन स्टैंडों पर कार्रवाई की गई थी. हालांकि, कुछ दिनों बाद ही ये अवैध स्टैंड फिर से सक्रिय हो गए, जिससे यातायात व्यवस्था बिगड़ने लगी. इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कमिश्नरेट ने सिगरा थाना रोडवेज चौकी के सभी 22 सिपाहियों को वहां से हटा दिया, जिससे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया.
यातायात सुधार के लिए सिपाहियों का तबादला
यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने इस पूरे मामले पर कड़ी नजर रखते हुए सिगरा थाने के सिपाहियों को लल्लापुरा, सोनिया, नगर निगम और काशी विद्यापीठ पुलिस चौकी में स्थानांतरित कर दिया. उनकी जगह नए सिपाहियों की नियुक्ति की गई है, जिन्हें सख्त निर्देश दिए गए हैं कि कैंट क्षेत्र में किसी भी हाल में जाम नहीं लगना चाहिए. साथ ही डग्गामार वाहनों पर भी कड़ी निगरानी रखी जानी चाहिए.
डग्गामार वाहनों पर कार्रवाई तेज
रविवार को रोडवेज चौकी प्रभारी रविकांत मलिक ने डग्गामार वाहनों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया. कैंट स्टेशन के बाहर एक निजी बस को सीज कर दिया गया, जबकि प्रयागराज जाने वाली दो कारों को सीज और दो अन्य वाहनों का चालान किया गया. इसके अलावा, प्रतिबंधित क्षेत्र में पहुंचे दो ई-रिक्शा का भी चालान किया गया.
अवैध वाहन स्टैंड बने निशाने पर
अभियान के दौरान विशेष रूप से अवैध वाहन स्टैंडों को निशाना बनाया गया, जिनमें बस और कार स्टैंड शामिल थे. कुछ दिनों की शांति के बाद, ये अवैध स्टैंड फिर से सक्रिय हो गए थे, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था में बाधा आ रही थी. इस लापरवाही को देखते हुए सिगरा थाने के सभी सिपाहियों को हटाने का बड़ा फैसला लिया गया.