पैसे को लेकर हुए विवाद में महिला की हुई थी हत्या : आरोपी संग पत्नी की तरह रहती थी महिला, बोरे में भरकर कूड़ाखाना के पास फेका था शव

दीनदयाल अस्पताल के समीप कूड़ाखाने में बोरे में बंधी मिली महिला के शव मामले का खुलासा कैंट पुलिस ने कर दिया है. थाना कैंट में आयोजित प्रेसवार्ता में एसीपी कैंट विदूष सक्सेना ने आरोपी जमादार (सफाई कर्मी) सोमनाथ उर्फ कल्लू  को पेश किया.

पैसे को लेकर हुए विवाद में महिला की हुई थी हत्या : आरोपी संग पत्नी की तरह रहती थी महिला, बोरे में भरकर कूड़ाखाना के पास फेका था शव

वाराणसी, भदैनी मिरर। दीनदयाल अस्पताल के समीप कूड़ाखाने में बोरे में बंधी मिली महिला के शव मामले का खुलासा कैंट पुलिस ने कर दिया है. थाना कैंट में आयोजित प्रेसवार्ता में एसीपी कैंट विदूष सक्सेना ने आरोपी जमादार (सफाई कर्मी) सोमनाथ उर्फ कल्लू  को पेश किया. बताया कि महिला और आरोपी के बीच पैसे को लेकर कहासुनी हुई और फिर वह मारपीट में बदल गई. जिसमें महिला की मृत्यु होने के बाद आरोपी ने महिला के शव को कूड़े के बोरे में कसकर कूड़े के ठेले से ले जाकर फेंक आया था.

पत्नी की तरह रहती थी महिला

एक जून को पंडित दीनदयाल अस्पताल के समीप कूड़ाखाना के पास मिले अज्ञात महिला का शिनाख्त सुभावती देवी पत्नी प्यारे लाल निवासी सरस्वान थाना शिवपुर के रुप में हुई. जिसके बाद पुलिस ने क्राइम ब्रांच और सर्विलांस की मदद ली तो मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने पक्की बाजार के सुलभ शौचालय वाली गली से सोमनाथ उर्फ कल्लू को अरेस्ट किया. गिरफ्तार आरोपी जमादार (सफाई कर्मी) सोमनाथ उर्फ कल्लू ने बताया कि उसकी पत्नी की मृत्यु 6 वर्ष पहले हो गयी थी. जिसके बाद पिछले पांच सालों से सुभावती देवी आरोपी के साथ पत्नी की तरह रह रही थी.

बहू-बेटे को देती थी पैसा

पुलिस पूछताछ में आरोपी जमादार (सफाई कर्मी) सोमनाथ उर्फ कल्लू ने बताया कि मृतिका सुभावती देवी भीख मांगने का काम करती थी. वह सारे पैसे अपने पुत्र हीरालाल को दे देती थी और कभी-कभी आरोपी से भी पैसा मांग कर अपने बेटे-बहू को दे दिया करती थी. जिसके चलते दोनों की अक्सर कहासुनी हो जाया करती थी. बताया कि 31 मई की रात्रि को भी इसी बात को लेकर बहस हो गई. उसके बाद बहस मारपीट में बदल गयी. आरोपी ने महिला को ज्यादा मारपीट दिया. महिला को ढकेलने के कारण उसे गंभीर चोटें आ गयी जिससे वह बेसुध हो गयी. जिसके बाद आरोपी ने देखा तो उसकी धड़कन और सांस नही चल रही थी. जिससे वह काफी डर गया.

सोचा अपराध छिप जायेगा

आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि महिला की मौत के बाद आरोपी ने कबाड़ की बोरी में महिला के शव को डालकर व उसके पैरो को भी कस के प्लास्टिक के तार से बांध कर पास खड़ी कूड़ा फेकने वाली ठेलिया में डालकर अर्दली बाजार, महावीर मंदिर होते हुए दीनदयाल अस्पताल के पास पागल खाने के सामने स्थित कूडाघर के समीप फेंक दिया. कहा कि उसने सोचा कि कूड़े वाली गाड़ी आएगी और सारा कूडा व कूडेदान में पड़ी लाश अपने साथ ले जाकर के फेंक देगी और मेरा अपराध छिप जाएगा और मै पकडा नही जाऊँगा.

गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक अजय राज वर्मा, दरोगा आयुष पांडेय, हेड कांस्टेबल बृजबिहारी ओझा, सुरेन्द्र शर्मा (वाहन चालक) कांस्टेबल सचिन मिश्रा, प्रमोद कुमार चौहान, बृजेश यादव शामिल रहे.

क्राइम ब्रान्च, सर्विलान्स सेल और कमाण्ड सेन्टर से दरोगा गौरव सिंह, दुर्गेश सरोज (कमाण्ड सेन्टर), हेड कांस्टेबल दिवाकर वत्स (सर्विलान्स सेल), शामिल रहे.