वाराणसी: गाजीपुर के युवक की थी झाड़ियों में पड़ी लाश, घटना के खुलासे में जुटी पुलिस...

गाजीपुर से सटे रजवारी (चौबेपुर) के जंगल में मिले युवक के शव की शिनाख्त हो गई है.

वाराणसी: गाजीपुर के युवक की थी झाड़ियों में पड़ी लाश, घटना के खुलासे में जुटी पुलिस...

वाराणसी, भदैनी मिरर। गाजीपुर से सटे रजवारी (चौबेपुर) के जंगल में मिले युवक के शव की शिनाख्त हो गई है. भाई ने शिनाख्त करते हुए बताया कि वह शव गाजीपुर के तिलेसरा (बिरनो) गांव निवासी आलोक यादव (32) का है. युवक घर से लखनऊ जाने की बात कहकर निकला था, जब बुधवार तक घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने फोन लगाया. फोन न मिलने पर छोटा भाई प्रदीप बिरनो थाने पहुंचा तो पुलिस ने मृतक की फोटो दिखाई. जिस पर भाई ने शिनाख्त की.

छोटे भाई प्रदीप ने बताया कि आलोक यादव सउदी अरब में रहकर काम करता था. बीच बीच में घर आता रहता था. पिछली बार वह अपनी शादी में घर आया था. बीते 21 अप्रैल को ही उसकी शादी बलिया के नगरा की युवती से हुई थी. आलोक के पिता मुसाफिर यादव का काफी पहले ही निधन हो गया है. आलोक तीन भाइयों में सबसे बड़ा था. दूसरे नम्बर पर अशोक यादव है, जो हैदराबाद में निजी कंपनी में काम करता है. जबकि छोटा प्रदीप प्रयागराज में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता है.

प्रदीप ने बताया कि बीते रविवार को आलोक ने गांव के ही कुछ युवकों संग पार्टी की थी. सोमवार को बताया कि वह मित्रों के साथ लखनऊ जा रहा है. बुधवार को लौट आएगा. जब वह गुरुवार को भी नहीं आया और मोबाइल बंद जाने लगा तो खोजबीन जारी हुई.

एसीपी सारनाथ डॉक्टर अतुल अंजान त्रिपाठी ने बताया कि शिनाख्त होने के बाद अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट हो जायेगा कि मौत का कारण क्या है। साथ ही मृतक के मोबाइल नम्बर और सर्विलांस के जरिए छानबीन जारी है.  बता दें, 11 जून को बबूल के झाड़ियों में शव मिला था. पास में चिप्स के पैकेट, चार डिस्पोजल ग्लास, अंग्रेजी शराब की खाली बोतल पड़ी थी. शव के ऊपर ही बाइक की चाबी रखी गई थी. दाई आंख के पास गहरा घाव था.