नौनिहालों को झुलसा रही धूप: हीट वेव ही नहीं बैक्टीरियल इंफेक्शन का भी रहता है खतरा, जाने क्या कहते है एक्सपर्ट्स...

बढ़ते तापमान में आपके नौनिहालों को धूप झुलसा रही है. बच्चों को हीट वेव से कैसे सुरक्षित रखें इसके लिए भदैनी मिरर ने अपने पाठकों के लिए एक्सपर्ट्स से बात की है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि गर्मी में केवल हीट वेव ही नहीं बल्कि बैक्टीरियल इंफेक्शन का भी खतरा बना रहता है.

वाराणसी, भदैनी मिरर। प्रचंड गर्मी में हीटवेव का खतरा बढ़ता जा रहा है. ऐसे में सबसे ज्यादा खतरा नौनिहालों को है. बच्चों में इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होने से लू से बचाना अति आवश्यक हो जाता है. इतना ही नहीं बच्चों में अनेक प्रकार की बैक्टीरियल इन्फेक्शन का भी खतरा होता है. हीट स्ट्रोक से अपने बच्चों को कैसे बचाएं और उनकी देखभाल कैसे करें ये जानने के लिए भदैनी मिरर की टीम ने एमबीबीएस, एमडी (चाइल्ड स्पेशलिस्ट) डॉक्टर मिन्हाज हुसैन से बातचीत की. पेश है बातचीत के मुख्य अंश-

  • हीट वेव से बच्चों का बचाव कैसे करें?

चाइल्ड स्पेशलिस्ट) डॉक्टर मिन्हाज हुसैन ने बताया कि गर्मियों में बच्चों को लू और हीट स्ट्रोक का सबसे ज्यादा केसेस आते है. ऐसे में डायरिया और बैक्टीरियल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. बच्चों में पानी की कमी हो जाती है. शरीर का टेंपरेचर बढ़ जाता है और बुखार आने लगता है. अगर ऐसा हो रहा तो ये बच्चों में हीट स्ट्रोक और लू लगने के लक्षण को दर्शाता है. ऐसे में बच्चों को लू से बचाने के लिए हाइड्रेशन मेंटेन करें यानी ध्यान रखें कि उनके शरीर में पानी की कमी ना हो. अगर शरीर में पानी की मात्रा पर्याप्त बनी रहती है तो बच्चों का ह्यूमन सिस्टम बहुत अच्छे से फंक्शनिंग होता है. जिससे इन्फेक्शन और लू लगने का खतरा कम रहता है.

  • सवाल- बच्चों को डिहाइड्रेशन सहित स्किन की भी समस्याएं होती हैं, ऐसे में क्या करें?

जवाब- डॉक्टर मिन्हाज ने बताया कि गर्मी में स्कीन से नमी चली जाती है और चेहरा ड्राई हो जाता है. ऐसे में बच्चे के स्किन की केयर करें. हाइड्रेशन का ध्यान रखें, जिससे स्कीन में नमी बनी रहेगी और दूसरा हाइजीन का ध्यान रखें. बच्चा कहीं बाहर से आता है तो हाथ साफ करें, खाते समय भी अच्छे से हैंड वॅाश कराएं, क्योंकि इस मौसम में बैक्टीरिया काफी तेजी से बढ़ता है तो अगर स्किन ड्राई है तो वहां बैक्टीरिया के चांसेस काफी बढ़ जाते हैं, इसके अलावा एलोवेरा का मॉइश्चराइजर सुबह-शाम बच्चों को लगाए, बच्चों को ज्यादा से ज्यादा पानी पिलाते रहे.

  • सवाल- बच्चों की सुरक्षा को लेकर अभिभावक क्या करें?

जवाब- डॉक्टर मिन्हाज ने बताया कि बहुत से ऐसे बच्चे होते है जो ज्यादा सादा पानी नहीं पीते, ऐसे में मां को ध्यान रखना चाहिए कि उनको दूसरे तरीके से भी पानी पिलाएं. जैसे नींबू पानी, छाछ, शरबत आदि. इससे उनके बॅाडी में पानी की मात्रा जाती रहेगी. इसके अलावा पानी ऐसी जगह रखें जहां बच्चे की उस पर बार-बार नजर पड़े. वहीं जो बच्चे ज्यादा खेलते है और बहुत ज्यादा एक्टिव रहते है तो उन बच्चों में पानी की डबल जरूरत होती है, इनके बॅाडी से पानी की मात्रा जल्दी कम होती है तो मां ध्यान रखें बच्चों को बार-बार पानी दें. अगर बच्चा बाहर जा रहा है तो कोशिश करें कि पानी पिला के भेजें और बाहर से आया है तो थोड़ी देर बाद उसे पानी पिलाएं. घर से बाहर जाते समय पानी की बॅाटल साथ ले जाए.

  • सवाल- गर्मी में बच्चे के डाइट में क्या चीज शामिल करना और किन चीजों से परहेज करना चाहिए।

जवाब- डॉक्टर मिन्हाज ने बताया कि हाइजीन का बहुत ज्यादा ध्यान रखें. साफ-सफाई का ध्यान रखें, वहीं बच्चों के पोषक तत्व व खाने का भी विशेष ध्यान दें. बच्चों को घर का खाना खिलाएं, बाहर के खाने से परहेज करें. पानी के अलावा बच्चों को टाइम से न्यूट्रिशन दें. ग्रीन वेजिटेबल्स और फ्रूटस की मात्रा बढ़ा दें, क्योंकि इसमें नेचुरल विटामिन होते हैं जो इम्यूनिटी को बिल्ड अप करते है. इससे बच्चों के बीमार होने के चांसेस कम रहेंगे.

(भदैनी मिरर के लिए रिपोर्टर अंकिता यादव ने चिकित्सक से बातचीत की है )