सांकेतिक रुप से मनाया गया विश्व प्रसिद्ध चेतगंज की नक्कटैया, प्रभु के दर्शन को लालायित रहे श्रद्धालु...
वाराणसी,भदैनी मिरर। काशी के लक्खा मेले में शुमार चेतगंज की प्रसिद्ध नक्कटैया पर लाग-विमान तो इस बार नहीं निकले पर प्राचीन परंपरा के अनुसार सांकेतिक स्वरूप में नक्कटैया का आयोजन किया गया। इसके बावजूद रविवार की रात प्रभु श्रीराम के स्वरूप के दर्शन के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। पूरा परिक्षेत्र रंगीन रोशनी से जगमगा रहा था । साथ ही बच्चों के खिलौनों की दुकान और खाने पीने के सामानों की दुकानें भी सजीं हुई थी। हालांकि लोग शाम से ही क्षेत्र में स्थित मकान की छतों और सड़कों पर प्रभू के दर्शन के लिये टकटकी लगाए हुए थे। लेकिन लाग-विमान न निकलने से उन्हें निराश ही लौटना पड़ा।
चार किलोमीटर की विशाल परिधि वाला भव्य मेला दो सौ मीटर में ही सिमट कर रह गया। श्री चेतगंज रामलीला समिति की ओर से सेनपुरा तिराहे पर सजाए गए मंच पर प्रभु श्रीराम लखन और माता सीता की त्रिमूर्ति रात आठ बजे से ही विराज चुकी थी। रात करीब 11.30 बजे मानस के प्रसंग विशेष के अनुरुप शूर्पणखा नासिका छेदन की लीला का मंचन कर पुरानी पंरपरा निभाई गई और लीला क्षेत्र रामचंद्र की जयकारों से गूंज ऊंठा।
श्री चेतगंज रामलीला समिति के सदस्यों ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल के कारण मेले को सांकेतिक रूप दिया गया है। भीड़ को देखते हुए लाग विमान नहीं निकालने का निर्णय लिया गया। प्रदेश सरकार ने भी इस आयोजन को आर्थिक मदद देने का आश्वासन दिया है।