BHU: कैंडल मार्च निकालकर कैंपस में छेड़खानी का किया विरोध, चेताया आंदोलन जारी रहेगा...
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के छात्रों ने शनिवार को कैंडल मार्च निकालकर छेड़खानी का विरोध किया.
वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के दिव्यांग छात्रा के साथ हुई छेड़खानी की घटना को लेकर आंदोलन अब तूल पकड़ता जा रहा है. शनिवार को आंदोलनरत छात्रों ने कुलपति (VC) आवास से लंका (बीएचयू गेट) तक कैंडल मार्च निकालकर विरोध जताया. इस दौरान छात्रों ने जमकर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. छात्रों का आरोप है की उनकी आवाज नहीं सुनी जा रही है.
विश्वविद्यालय के विधि संकाय के दिव्यांग छात्र संतोष कुमार त्रिपाठी ने कहा की महामना की बगिया में महिलाओं के साथ अपराध बढ़े है. उनका नाम कलंकित हो रहा है. विश्वविद्यालय प्रशासन बेहद ही संवेदनहीन है. 25 जनवरी को एक छात्रा के साथ छेड़खानी की घटना हुई, जिसमें पूर्व डीन के बेटे का नाम प्रकाश में आया है. उसे चौबीस घंटे के भीतर ही जमानत दे दी गई, जिससे यह स्पष्ट होता है की पुलिस प्रशासन ने कमजोर धाराओं में कार्रवाई कर कोरम पूरा की. पूरे प्रकरण में विश्वविद्यालय प्रशासन का रवैया उदासीन है.
छात्रों ने आरोप लगाया की इसके पूर्व हमने चीफ प्रॉक्टर के आश्वासन पर अपना धरना समाप्त किया था की वह 2 फरवरी को मुलाकात करेंगे. मगर जब हमारा प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलने गया तो वह यह कहकर मना कर दिए की ऐसा कोई बड़ा निर्णय नहीं रुका है जिससे कोई नुकसान हो. धरना दे रहे छात्रों ने चेताया की आज संख्या सैकड़ों में थी, मगर निरंतर समर्थन बढ़ता जा रहा है. आगे इससे भी बड़ा आंदोलन होगा.