BHU: पीएचडी प्रवेश की नई नियमावली के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन जारी, परीक्षा नियन्ता का शव यात्रा निकालकर जताया विरोध...

बीएचयू में पीएचडी के नए नियमावली का आवेदक छात्र पिछले एक सप्ताह से लगाकर विरोध कर रहे है. रविवार को छात्रों ने शव यात्रा निकालकर विरोध जताया.

BHU: पीएचडी प्रवेश की नई नियमावली के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन जारी, परीक्षा नियन्ता का शव यात्रा निकालकर जताया विरोध...

वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के पीएचडी में नई नियमावली को लेकर पिछले एक सप्ताह से लेकर परीक्षा नियंता कार्यालय के बाहर लगातार धरने पर बैठे आवेदक अभ्यर्थियों ने रविवार को अपना विरोध तेज कर दिया. धरनारत छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर संवादहीन रवैये का आरोप लगाते हुए रविवार शाम बीएचयू के परीक्षा नियन्ता प्रो. एन के मिश्र एवं यूनिवर्सिटी एकेडमिक काउंसिल बोर्ड के वाइस चेयरमैन प्रो. राकेश रमन का शव यात्रा निकालकर अपना आक्रोश व्यक्त किया. 

छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय में अपने प्रोफेसरों को हम अभिभावक तुल्य मानते है, लेकिन इन्होंने पिछले 7 दिन से हमे प्रदर्शनस्थल पर मरने के लिए छोड़ दिया है. प्रतिदिन धरनारत छात्रों की तबियत बिगड़ते जा रही है, लेकिन हम लोगों से कोई बात करने नही आया. ऐसे में हमने इन प्रशासनिक अधिकारियों को मृत मानकर सांकेतिक रूप से इनका अंतिम संस्कार किया. 

ज्ञात हो कि पीएचडी प्रवेश के लिए विश्वविद्यालय द्वारा नयी नियमावली लाई गई है जिसको लेकर छात्रों में असंतोष है. धरने में शामिल छात्र अभिषेक उपाध्याय बताते हैं कि ये नयी नियमावली छात्र विरोधी है हमने इसे अस्वीकार कर दिया है एवं कन्ट्रोलर ऑफ एक्जामिनेशन को ग्यारह सूत्री मांगपत्र दी है. जिस पर विश्वविद्यालय प्रशासन मौन है.उक्त कार्यक्रम में विकाश, क्षितिज, शुभम, भीष्म, पतञ्जलि, आदित्य, अभिजीत, दिनेश, सौरभ, श्यामल, विवेक आनन्द, रणजीत, हर्ष, विपिन, सूर्यभ, अक्षय, दीपक, राजकुमार, गौरव, अमन, शिवम, प्रशांत राय समेत दर्जनों छात्र शामिल थे.

छात्रों की ये है मांगे - 

1) NET-JRF की परीक्षा के अंकों के आधार पर नामांकन प्रक्रिया को रद्द किया जाए।

2)विभागिय मनमानी से जानबूझकर सीटें नही निकाली जा रही है। विभाग में रिक्त सभी सीटों पर विज्ञापन निकले।

3) नयी नियमावली में दलित आदिवासी छात्रों के हितों से खिलवाड़ किया गया है इसको वापस लिया जाए एवं प्रवेश सम्बन्धी आरक्षण रोस्टर को स्पस्ट किया जाए।

4) RET में जेआरएफ को प्राप्त 5 अंक को वापस लिया जाए एव एक्जम्प्टेड में NET पास विद्यार्थियों को भी 4 अंक दिया जाए।

5) सम्बद्ध महाविद्यालयोन में रिक्त पीएचडी की सीटों को यूजीसी के रेगुलेशन के आधार पर लागू किया जाए।

6) RET में 6 गुणा और एक्जम्प्टेड कटेगरी में फॉर्म भरने वाले सभी छात्रों को इंटरव्यू प्रक्रिया के लिए बुलावा भेजा जाए।

7) यूजीसी रेगुलेशन के तहत वर्ष में दो बार पीएचडी प्रवेश के लिए आवेदन की व्यवस्था हो।

8) एम फिल द्वारा एक्जम्प्टेड छात्रों का शैक्षिक प्रोफॉर्मेस इंडेक्स कैसे तैयार होगा इसको स्पस्ट किया जाए।

9) CUET के अतिरिक्त BHU द्वारा अतिरिक्त विभागों के लिए कराई जाने वाली RET परीक्षा के लिए कोई शुल्क न लिया जाए।

10) CUET द्वारा यूजी पीजी नामांकन में जो बड़ी धांधली हुई है उसकी उच्चस्तरीय जांच हो एवं दोषियों को सेवा से बर्खास्त किया जाए।