सख्ती के बाद बैकफुट पर आंदोलनकारी: अब लखनऊ जाने की तैयारी, चौथे दिन काम पर लौटे एंबुलेंसकर्मी... 

सख्ती के बाद बैकफुट पर आंदोलनकारी: अब लखनऊ जाने की तैयारी, चौथे दिन काम पर लौटे एंबुलेंसकर्मी... 

वाराणसी, भदैनी मिरर। अपनी मांगों को लेकर 102 और 108 के आंदोलनरत कर्मचारी पुलिस प्रशासन की सख्ती के बाद चौथे दिन काम पर लौटे। रामनगर स्थित दुर्गा मंदिर के समीप एंबुलेस स्टार्ट कर सभी कर्मी अपने ड्यूटी प्वाइंट के लिए रवाना हो गए। कर्मियों का कहना है कि वह अस्पतालों में एंबुलेंस की चाबी सौंप कर लखनऊ में धरना दे रहे अपने संगठन के साथियों का साथ देने जाएंगे। प्रशासन की सख्ती और कार्रवाई की धमकी के कारण वह रामनगर से एंबुलेंस लेकर हटने के लिए बाध्य हुए हैं।


3 थानों की फोर्स और पीएसी लेकर पहुंचे अफसर


जिले के 102 और 108 एंबुलेंस के कर्मचारी 25 जुलाई की आधी रात बाद से हड़ताल पर थे। सभी ने एंबुलेंस को रामनगर स्थित दुर्गा मंदिर के समीप खड़ा कर दिया था। बुधवार को 6 कर्मियों पर मुकदमा दर्ज कराने और 7 को सेवा से बर्खास्त करने के बावजूद हड़ताल पर असर नहीं पड़ा था। गुरुवार की दोपहर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी 3 थानों की फोर्स और पीएसी के जवानों के साथ रामनगर पहुंचे। अधिकारियों ने दो टूक कहा कि अगर किसी की जान एंबुलेंस न उपलब्ध रहने के कारण गई तो संबंधित क्षेत्र के एंबुलेंस कर्मी पर मुकदमा दर्ज कराएंगे। इसके साथ ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने एंबुलेंस कर्मियों को काम पर लौटने के लिए जमकर फटकार लगाई।


एएलएस संघ के जिलाध्यक्ष सुनील शुक्ला ने कहा कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की सख्ती के आगे हमें झुकना पड़ा। हमारे सभी साथी एंबुलेंस लेकर अपने ड्यूटी प्वाइंट पर चले गए हैं। हम लोग तैयारी कर रहे हैं कि लखनऊ जाकर अपने साथियों की आवाज बुलंद करें। हम सभी को ठेका पद्धति और कंपनी बदले जाने के साथ ही बार-बार नई नियुक्ति के झमेले से निजात चाहिए। कोरोना काल में क्या हम एंबुलेंस कर्मियों का कम योगदान था। फिर भला सरकार हमारे बारे में गंभीरता से क्यों सोच नहीं रही है।