ब्रम्हलीन हुए शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती, सनातन धर्म का सूर्य 99 की आयु में हुआ अस्त...
ज्योतिष्पीठाधीश्वर एवं द्वारका शारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती महाराज रविवार को ब्रह्मलीन हो गए।
वाराणसी,भदैनी मिरर। ज्योतिष्पीठाधीश्वर एवं द्वारका शारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती महाराज रविवार को ब्रह्मलीन हो गए। रविवार की दोपहर में हृदयगति के रुक जाने से स्वामिश्री का 99 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
स्वामिश्री ने सनातन धर्म, देश और समाज के लिए अतुल्य योगदान दिया। स्वतन्त्रता सेनानी, रामसेतु रक्षक, गंगा को राष्ट्रीय नदी घोषित करवाने वाले तथा रामजन्मभूमि के लिए लम्बा संघर्ष करने वाले, गौरक्षा आन्दोलन के प्रथम सत्याग्रही, रामराज्य परिषद् के प्रथम अध्यक्ष, पाखण्डवाद के प्रबल विरोधी रहे थे।
उनके निधन की सूचना उनके तीनों प्रमुख शिष्यों स्वामी सदानन्द सरस्वती, स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती एवं ब्रह्मचारी सुबुद्धानन्द द्वारा दी गयी है।