बजरडीहा में मनाया गया संत गाडगे की जयंती, बोले कैंट विधायक - गाडगे बाबा की शिक्षा को BJP सरकार उतार रही जमीन पर...
पटिया व भवनिया धोबी घाट द्वारा पटिया (बजरडीहा) में बाबा संत गाडगे महाराज की 148वीं जयंती शुक्रवार को मनाई गई.
वाराणसी, भदैनी मिरर। पटिया व भवनिया धोबी घाट द्वारा पटिया (बजरडीहा) में बाबा संत गाडगे महाराज की 148वीं जयंती शुक्रवार को मनाई गई. इस दौरान कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने संत गाडगे महाराज के योगदान को याद करते हुए कहा कि वह एक महान संत और समाज सुधारक थे.
विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि बाबा संत गाडगे महाराज "गांव-गांव घूम-घूम कर अपने कीर्तनों के माध्यम से लोगों के बीच शिक्षा स्वच्छता और आत्मनिर्भरता का प्रचार प्रसार करते थे." उन्होंने कहा कि संत गाडगे महाराज धोबी समाज से आने वाले अत्यंत प्रखर संत पुरुष थे. धोबी समाज पारंपरिक रूप से कपड़े धोने, रंगने और प्रेस करने का काम सदियों से करता आ रहा है. आज भले ही वाशिंग मशीन आ गई हो, लेकिन अधिकांश सफाई आज भी धोबी घाट पर ही हो रही है. धोबी घाट पर एक पत्थर होता है जिस पर पटक पटक कर कपड़ों के मैल धोए जाते हैं. विधायक ने कहा कि दरअसल यह समाज का मैल होता है और धोबी समाज पौराणिक काल से इस मैल को साफ करता आ रहा है. मैल धोने का यह काम श्रेष्ठ काम की श्रेणी में था, और समाज इस कार्य को उत्कृष्ट मानता था." उन्होंने कहा कि "गाडगे बाबा के संदेश आज भी उतने ही प्रासंगिक है जितने 150 वर्ष पूर्व थे."
विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में गाडगे बाबा की दी हुई शिक्षा को जमीन पर उतार रही है. गाडगे बाबा शिक्षा के महत्व को बताते थे. पीएम मोदी "बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ" जैसी अनेक योजनाओं से सब की शिक्षा के लिए काम कर रहे हैं." गाडगे बाबा आत्मनिर्भर और स्वावलंबी समाज बनने के लिए प्रेरित किया करते थे. मोदी सरकार 2047 तक देश को पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य रखा है. "गाडगे बाबा ने स्वच्छता का संदेश दिया था और हमारे प्रधानमंत्री ने अस्सी घाट से फावड़ा चला कर स्वच्छ भारत अभियान का शुभारंभ किया. उनकी अपील लोगों के दिलों में उतर गई और आज पूरा देश स्वच्छता की राह पर चल पड़ा है."
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समिति के अध्यक्ष नंदू कन्नौजिया ने कहा कि "स्वच्छता शिक्षा के प्रचारक श्रमजीवी सन्त गाडगे ने दलित समाज के उत्थान के लिए अनेको अनेक कार्य किये." समिति के महामंत्री रजनीश कन्नौजिया ने बाबा संत गाडगे जी का जीवन परिचय देते हुए कहा कि "संत गाडगे महाराज जी महाराष्ट्र के अमरावती जिले मे 23 फरवरी 1876 को जन्मे थे. महान सन्त गाडगे बाबा की जयन्ती पर हम उन्हें नमन करते हैं. बाबा सदैव अपने साथ मिट्टी का घड़ा जिसे मराठी में गाडगा कहते हैं व हाथ में झाड़ू रखते थे जिसके कारण उनका नाम गाडगे बाबा पड़ा." बतौर विशिष्ठ अतिथि फुटबाल कोच बीएलडब्ल्यू विनोद कन्नौजिया ने भी अपने विचार व्यक्त किए. कार्यक्रम में सैकड़ों लोग उपस्थित रहे.