सिंधिया घाट पर डूबने से साधु की मौत, गोलाघाट पर डूबे युवक का मिला शव...

गंगा में प्रत्येक दिन के स्नानार्थी वृद्ध साधु की डूबने से मौत हो गई है. वही आदमपुर के गोलाघाट पर डूबे युवक का शव एनडीआरएफ ने निकाला है.

सिंधिया घाट पर डूबने से साधु की मौत, गोलाघाट पर डूबे युवक का मिला शव...
महात्मा ईश चैतन्य महाराज की फाइल फोटो।

वाराणसी, भदैनी मिरर। स्नानार्थियों का गंगा में डूबकर मरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार की सुबह जहां अहिल्याबाई घाट पर युवाओं का शव मिला वहीं शाम को चौक के सिंधिया घाट पर स्नान के दौरान संत की डूबने से मौत हुई है तो आदमपुर गोलाघाट पर दोस्तों संग मछली को चारा खिला रहे 21 वर्षीय युवक की रविवार रात डूबने से मौत हो गई है.

मिली जानकारी के मुताबिक महात्मा ईश चैतन्य महाराज (70) मुधदा धर्म शाला सुडिया थाना चौक में रहते थे. वह गंगा स्नान और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के नियमित दर्शनार्थी थे. रोज की भांति बाबा सोमवार को भी सिंधिया घाट पहुंचे और स्नान करने लगे, स्नान के दौरान ही वह गहरे पानी में समां गए. जानकारी मिलने पर मौके पर चौकी प्रभारी ब्रम्हनाल गौरव उपाध्याय पहुंचे और जल पुलिस के साथ ही एनडीआरएफ से शव को खोजवाकर बाहर निकलवाया. पुलिस आश्रम के लोगों को सूचित कर दी है.

उधर आदमपुर थानाक्षेत्र के गोलाघाट पर दोस्तों के साथ मछली को चारा खिलाने गए 21 वर्षीय जैतपुरा थानाक्षेत्र के आगागंज निवासी सकलैन (21) की गंगा में डूबने से मौत हो गयी। युवक के दोस्तों के अनुसार मछली को चारा खिलाते समय उसका पैर फिसल गया और वह डूब गया। रविवार की रात 8 बजे हुई इस घटना के बाद मल्लाहों ने शव को ढूंढने का प्रयास किया पर सफलता नहीं मिली। सोमवार की सुबह एनडीआरएफ के जवानों ने शव को बाहर निकाला।
सकलैन 6 भाई-बहनों में चौथे स्थान पर है। वह बुनकारी का काम करता था। उसकी मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।