हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती का पेपर लीक करने वाले बेदीराम गैंग के 2 सदस्य को STF ने किया गिरफ्तार...
STF arrested 2 members of Bediram gang who leaked Haryana Police recruitment paper. एसटीएफ वाराणसी और हिमाचल पुलिस ने संयुक्त रूप से बेदीराम गैंग गैंग के सक्रिय 2 सदस्यों को गिरफ्तार किया है.
वाराणसी,भदैनी मिरर। स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की टीम ने हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक कराने वाले गैंग के 2 सदस्यों को वाराणसी के सेंट मेरी स्कूल कैंट से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार होने वालों में शिवबहादुर सिंह मूल निवासी निवासी मुजरा थाना जलालपुर जनपद जो वर्तमान में धीरज अपार्टमेण्ट फ्लैट नंबर 13 अर्दली बाजार में रहता है, दूसरा सदस्य अखिलेश यादव निवासी खुलासपुर थाना करण्डा जनपद गाजीपुर है।
परीक्षा से पहले ही अभ्यर्थियों को दे दिया था प्रश्नपत्र
इसी वर्ष 27 मार्च को हिमाचल प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती की लिखित परीक्षा का प्रश्न पत्र परीक्षा से एक दिन पहले ही लीक कराकर अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया गया था। जब इसकी जानकारी मिली तो हिमाचल प्रदेश के थाना गगल जनपद कांगडा में आईपीसी की धारा 420, 120बी में मुकदमा पंजीकृत कराया गया। मुकदमें में अब तक 52 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका था। इस गैंग का सक्रिय सदस्य शिवबहादुर सिंह है, जिसके जनपद वाराणसी व आसपास के जनपदों में होने की सूचना को हिमाचल प्रदेश पुलिस के उच्चाधिकारियों ने एसटीएफ से सहयोग मांगा। एसटीएफ के वाराणसी इकाई की एक टीम निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में अभिसूचना संकलन कर आज शिवबहादुर सिंह को सेण्ट मैरी स्कूल थाना कैण्ट जनपद वाराणसी के पास से एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी व हिमाचल प्रदेश पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया।
बेदीराम गैंग के है सक्रिय सदस्य
पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि वह सन 2003 से अन्तर्राज्यीय प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर लीक करने वाले बेदीराम गैंग के सक्रिय सदस्य है। जिसके द्वारा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्न पत्र लीक कराकर परीक्षा से पूर्व ही अभ्यर्थियों को पढ़वाया जाता था और उनको उत्तर बता दिया जाता था। पूछताछ में शिवबहादुर सिंह ने यह भी बताया कि तेलंगाना, पंजाब व चंडीगढ़ में आयोजित होने वाले विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं व भर्तियों का प्रश्न पत्र लीक कराने के प्रकरण में वह कई राज्यों में कई बार जेल जा चुका है। इस कार्य से इसके द्वारा लगभग 10 से 12 करोड़ रूपये कमाया गया है। उन्हीं पैसों से सन-2015 में जनपद वाराणसी के विंध्यवासीनीनगर कॉलोनी अर्दली बाजार में तीन मंजिला मकान नं0 66 को 3 करोड़ रूपये में खरीदा गया और विंध्यवासीनीनगर कॉलोनी में ही एक दूसरा मकान 40 लाख रूपये में एग्रीमेण्ट कराया गया है।
11 अभ्यर्थियों को पहले ही हल करा दिया था पेपर
हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा के बारे में पूछताछ किया गया तो अभियुक्त शिवबहादुर द्वारा बताया गया कि हिमाचल प्रदेश पुलिस में आरक्षी भर्ती की लिखित परीक्षा का प्रश्न पत्र उपलब्ध होने पर 11 अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र चंडीगढ़ में परीक्षा से एक दिन पूर्व ही हल करा दिया गया। इस काम से अभी तक 7 लाख रूपये प्राप्त हुए है। जब हिमाचल प्रदेश में अभियोग पंजीकृत होने के बाद गिरफ्तारी होने लगी तो डर से हम लोग लुक-छिप कर रह रहे थे। दोनों आरोपियों को थाना कैण्ट, जनपद वाराणसी में दाखिल कर ट्रांजिस्ट रिमांड लेकर हिमाचल प्रदेश पुलिस अपने साथ ले गई।