मोनिका पाल के परिजनों से मिला सपा का प्रतिनिधिमंडल, आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर आंदोलन की दी चेतावनी...
भिटकुरी (सेवापुरी) की रहने वाली मोनिका पाल की हत्या कर हाथ-पैर बांधकर शव को लखनऊ-वाराणसी इंटरसिटी एक्सप्रेस में छिपाए जाने के दस दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से परिजनों में आक्रोश है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। भिटकुरी (सेवापुरी) की रहने वाली मोनिका पाल की हत्या कर हाथ-पैर बांधकर शव को लखनऊ-वाराणसी इंटरसिटी एक्सप्रेस में छिपाए जाने के दस दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से परिजनों में आक्रोश है. वहीं, रविवार को सपा का एक प्रतिनिधिमंडल परिजनों से मुलाकात करने उनके घर पहुंचा. सपा प्रतिनिधियों ने मोनिका के पिता पूनवासी पाल और ग्रामीणों से घटना की जानकारी लेने के बाद उनसे वादा किया है कि इस घटना की पूरी जानकारी सपा प्रमुख अखिलेश यादव को भेजी जाएगी.
उदासीन है पुलिस का रवैया
सपा प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि घटना के 12 दिन बीत गए है लेकिन अभी तक पुलिस प्रशासन द्वारा घटना की खुलासा तो छोड़िए किसी को चिन्हित तक नहीं किया जा सका और न ही कोई गिरफ्तारी की गयी. यदि घटना में संलिप्त अपराधियों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्यवाही नही की जाती है तो समाजवादी पार्टी इस पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए लड़ाई को सदन से सड़क तक लड़ने का काम करेगी. सपा ने प्रदेश सरकार से परिजनों के लिए आर्थिक सहयोग देने की मांग की.
बता दें, मोनिका पाल 19 फरवरी को दिन में 11 बजे घर से किताब लेने के लिए निकली थी. जब शाम तक वह घर नहीं लौटी तो घर वालों ने उसकी खोजबीन शुरू की लेकिन रात तक उसका कोई पता नहीं चल पाया. अगले दिन 20 फरवरी को जीआरपी पुलिस वाराणसी को इंटरसिटी ट्रेन में बोर में बंद एक लाश मिली जिसकी जिसकी पहचान मोनिका पाल के रूप में की गई थी. प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह पटेल, विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव, स्नातक एमएलसी आशुतोष सिन्हा, पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह, पूर्व मंत्री मनोज राय धुपचण्डी, जिलाध्यक्ष सुजीत यादव लक्कड़, छात्र नेता आशुतोष सिंह इशू, वरिष्ठ नेता ज्ञानेंद्र यादव ज्ञानू, जिला प्रवक्ता सन्तोष यादव बबलू एडवोकेट, पूर्व जिला अध्यक्ष जौनपुर डॉ. अवधनाथ पाल सहित दर्जनों सपा कार्यकर्ता उपस्थित थे.