गंगा पुष्करम मेला को लेकर राज्य सभा सदस्य और DM ने की बैठक,  जिलाधिकारी 22 अप्रैल से 3 मई तक  होगा आयोजन...

जनपद में आयोजित होने वाले 22 अप्रैल से 3 मई तक पुष्करम मेले को लेकर जिलाधिकारी एस.राजलिंगम और राज्य सभा सदस्य जीवीएल नरसिम्हा राव ने बैठक की.

गंगा पुष्करम मेला को लेकर राज्य सभा सदस्य और DM ने की बैठक,  जिलाधिकारी 22 अप्रैल से 3 मई तक  होगा आयोजन...

वाराणसी, भदैनी मिरर।  जनपद में 22 अप्रैल से 3 मई तक आयोजित होने वाले पुष्करम मेला के सफल आयोजन के लिए महत्वपूर्ण बैठक राज्य सभा सदस्य जीवीएल नरसिम्हा राव व जिलाधिकारी की संयुक्त अध्यक्षता में शुक्रवार को सर्किट हाउस में हुई. बैठक में गंगा पुष्करम मेला को सफल बनाने हेतु सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए.

राज्य सभा सदस्य जीवीएल नरसिम्हा राव ने पुष्करम के पूर्व 21अप्रैल को एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन का सुझाव देते हुए इसकी तैयारी किए जाने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि सभी घाटों पर पर्याप्त मात्रा में साफ-सफाई कराई जाए. यदि किसी घाट पर काई इत्यादि लगी है, तो उसे अवश्य साफ करा लिया जाए. उन्होंने केदार घाट, ललिता घाट पर रेलिंग लगाए जाने का निर्देश भी नगर निगम के अधिकारियों को दिया. उन्होंने कहा कि घाटों पर पर्याप्त मात्रा में चेंजिग रूम स्थापित किए जाएं. उन्होंने पुष्करम से संबंधित एक लोगो बनाए जाने का निर्देश भी दिया.

जिलाधिकारी एस.राजलिंगम ने गंगा पुष्करम आयोजन से संबंधित तैयारियों के संबंध में बताते हुए कहा कि होटल/धर्मशालाओं की सूची बना ली गई है. पार्किंग स्थल भी चिन्हित कर लिए गए हैं. श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की समस्या न हो इसके लिए पर्याप्त संख्या में बस एवं मेडिकल टीम लगाई जाएगी. अपर जिलाधिकारी (नगर) ने बताया कि पर्यटन विभाग द्वारा स्थापित पर्यटन सूचना केंद्रों पर तमिल भाषी वॉलिंटियर्स मौजूद रहेंगे. इसके साथ ही नगर निगम द्वारा शहर के विभिन्न चौराहों पर हिंदी/अंग्रेजी/तेलुगु में साइनेज लगाए जाएंगे. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ सुनील वर्मा द्वारा बताया गया कि मंदिर दर्शन में श्रद्धालुओं को किसी तरह की समस्या नहीं आयेगी. मंदिर की तरफ से विशेष उपाय किए जायेंगे. बैठक में मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, अपर पुलिस उपायुक्त (यातायात) दिनेश कुमार पुरी, अन्य प्रमुख विभाग के अधिकारी एवं तेलगु समाज के प्रतिनिधि  प्रमुख रूप से उपस्थित रहे.