9 अक्टूबर को आयोजित होगा पूर्वांचल क्षत्रिय सम्मेलन, करणी सेना इन मुद्दों पर करेगी चर्चा....

राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना का पूर्वांचल क्षत्रिय सम्मेलन 9 अक्टूबर को जीवनदीप उत्सव वाटिका में होगा. यह जानकारी शुक्रवार को चांदमारी स्थित एक लॉन में आयोजित प्रेस वार्ता में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह रघुवंशी ने दी.

9 अक्टूबर को आयोजित होगा पूर्वांचल क्षत्रिय सम्मेलन, करणी सेना इन मुद्दों पर करेगी चर्चा....

वाराणसी, भदैनी मिरर। राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना का पूर्वांचल क्षत्रिय सम्मेलन 9 अक्टूबर को जीवनदीप उत्सव वाटिका में होगा. यह जानकारी शुक्रवार को चांदमारी स्थित एक लॉन में आयोजित प्रेस वार्ता में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह रघुवंशी ने दी. उन्होंने बताया की 9 अक्टूबर के कार्यक्रम में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी भी उपस्थित रहेंगे. प्रदेश अध्यक्ष ने बताया की क्षत्रियों के उत्थान के लिए यह सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है. 

प्रदेश अध्यक्ष ने बताया की सम्मेलन में क्षत्रिय समाज को अनदेखा न किया जाए और हर क्षेत्र में क्षत्रिय समाज की सहभागिता सुनिश्चित की जाए इस बात पर जोर दिया जायेगा. इसके साथ ही चर्चा होगी की महापुरूषों की जाति न बदली जाए, महाराज सुहेलदेव बैस राजपूत थे आज उनकी जाति बदली जा रही है करणी सेना इसका कड़ा विरोध करेगी. महाराजा मिहिरभोज प्रतिहार राजपूत थे आज उनको गुज्जर बताया जा रहा है. आल्हा उदल क्षत्रिय थे कुछ लोग उनको भी यादव बता रहे जबकि वो बनाफर राजपूत थे. सम्राट पृथ्वीराज चौहान जी क्षत्रिय थे आज उनको नोनिया बोला जब रहा है. मेरी लड़ाई किसी समाज के खिलाफ नही है लेकिन जो हमारे इतिहास से छेड़छाड़ करेगा तो करणी सेना ये बर्दाश्त नही करेगी.

प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह रघुवंशी ने कहा की एस्ट्रो सिटी एक्ट में संसोधन किया जाए. बेगुनाहों को जबरन जेल न भेजा जाए. संगठन मांग करती है कि ऐसे मामलों में नार्को टेस्ट करवाया जाए और फर्जी मुकदमा लिखवाने वालो पर सख्त करवाई की जाए. ऐसे कई मामले हुए है जिनमे राजपूतों को टारगेट कर के बिना वजह फसाया गया है. साथ ही आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू किया जाए, स्वर्णो को मिलने वाले 10% ईडब्लूएस को बिना किसी शर्त के लागू किया जाए. बैठक में मांग की जायेगी की स्वर्ण आयोग का गठन हो ताकि जब सवर्णों पर अत्याचार हो तो आयोग उनकी आवाज को उठा सके. जब देश मे अन्य प्रकार के आयोग है तो फिर स्वर्ण आयोग आज तक क्यों नही बना. पूरे देश मे एक सोची समझी राजनीति के तहत राजपूतो की जनसंख्या कम आंकने का प्रयास किया गया है, पूरे देश मे राजपूतो की संख्या 15% है और हमारे खिलाफ नैरेटिव सेट किया गया है कि हम राजपूत 5 से 8 % है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा की ऐसे विशाल सम्मेलन वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले देश के हर हिस्सों में आयोजित किया जाएगा.