BHU: बीते 19 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे PhD छात्रों का फूटा गुस्सा, फूंका विश्वविद्यालय प्रशासन का पुतला
बीते 19 दिनों से पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में अनियमितता, परिसर में हरे पेड़ों की धड़ल्ले से कटाई समेत विभिन्न मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे छात्रों ने शुक्रवार को काशी विश्वनाथ मंदिर के सामने बीएचयू प्रशासन और परीक्षा नियंता का पुतला फूंका. इस दौरान छात्रों ने जमकर प्रशासन विरोधी नारेबाजी की और क्षेत्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया.
वाराणसी, भदैनी मिरर। बीते 19 दिनों से पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में अनियमितता, परिसर में हरे पेड़ों की धड़ल्ले से कटाई समेत विभिन्न मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे छात्रों ने शुक्रवार को काशी विश्वनाथ मंदिर के सामने बीएचयू प्रशासन और परीक्षा नियंता का पुतला फूंका. इस दौरान छात्रों ने जमकर प्रशासन विरोधी नारेबाजी की और क्षेत्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया.
धरनारत छात्रों का कहना है कि हम पिछले 17 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे थे, तमाम बैठकें हुईं लेकिन समस्या का समाधान नहीं निकल सका. बाध्य होकर हम लोगों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है. अभी तक किसी भी संबंधित अधिकारी द्वारा उचित कार्रवाई नहीं की गई. अगर हमारी मांगें नहीं मानी गई तो आमरण अनशन जारी रहेगा. जब तक एडमिशन का नोटिफिकेशन जारी नहीं होगा आंदोलन करते रहेंगे.
गौरतलब है कि छात्र 19 दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. परीक्षा नियंता कार्यालय पर 17 दिन तक धरना के बाद भी प्रशासन ने छात्रों की सुनवाई नहीं की तो उन्होंने केंद्रीय कार्यालय के सामने आमरण अनशन शुरू कर दिया है.