वाराणसी में NIA की कार्रवाई खत्म: डायरी से लेकर लैपटॉप तक को खंगाला , नोटिस देकर 12 सितंबर को एनआईए दफ्तर बुलाया...
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की कार्रवाई वाराणसी के महामनापुरी कॉलोनी में समाप्त हो गई है. टीम ने डायरी से लेकर लैपटॉप तक को भोर सुबह साढ़े पांच बजे से 1 बजे तक खंगाला है. टीम ने नोटिस देकर 12 सितंबर को एनआईए लखनऊ दफ्तर में बुलाया है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम सीपीआई (माओवादी) मामले में वाराणसी के महामनापुरी कॉलोनी में भगत सिंह छात्र मोर्चा से जुटी दो छात्राओं के फ्लैट में छापेमारी की कार्रवाई खत्म कर ली है. कार्रवाई के दौरान टीम ने आसपास के इलाके को सील कर दिया था. सुरक्षाकर्मी किसी को भी बिल्डिंग के आसपास रुकने नहीं दे रहे थे. टीम फ्लैट में ही दो छात्राओं से पूछताछ कर दोपहर 1 बजे रवाना हो गई.
एनआईए की टीम पूछताछ करके वापस जा चुकी है. एनआईए की टीम महामनापुरी कॉलोनी (चितईपुर) में भगत सिंह छात्र मोर्चा (BSM) की अध्यक्ष आकांक्षा आजाद और संयुक्त सचिव सिद्धि के कमरे पर सुबह साढ़े पांच बजे धावा बोला. टीम दोपहर 1 बजे तक कमरे की तलाशी ली और लैपटॉप से लेकर मोबाइल फोन को खंगाला.
आकांक्षा ने बताया की यह सरकार उनकी आवाज को दबाना चाहती है जो इनके खिलाफ बोलते है. कहा की भगत सिंह छात्र मोर्चा एक स्वतंत्र संगठन है. आकांक्षा ने कहा की उनका कहना था की हम लोग माववादियों के संपर्क में है. हम इनसे डरने वाले नहीं है. आरोप लगाया की जितने भी पॉलीटिकल लोग सरकार के खिलाफ बोल रहे है उन्हे नक्सली बोला जा रहा है, या मुसलमान है तो आतंकवादी बोला जा रहा है. हर जगह जल,जंगल, जमीन की लूट हो रही है.
एक एक पन्ने की ली तलाशी
आकांक्षा ने बताया की उनके कमरे में लखनऊ, झारखंड, रांची बिहार, पटना के अलावा करीब 25 पुरुष-महिला अधिकारी आए थे और मेरे डायरी, लैपटॉप के आलावा मोबाइल को खंगाला है. एनआईए के अफसर अपने साथ मोबाइल और सिमकार्ड ले गए है. इसके अलावा उन्होंने संगठन की पत्रिका मशाल को अपने साथ ले गए है. एनआईए के अफसरों ने दोनों छात्राओं को एनआईए के लखनऊ ब्रांच में 12 सितंबर को हाजिर होने की नोटिस भी दिए है.