केरल के वायनाड में भारी बारिश बनी तबाही : 4 अलग-अलग जगहों पर लैंडस्लाइड में 24 की मौत, 70 घायल, सैकड़ों लापता

केरल के वायनाड में तेज बारिश के चलते देर रात 4 अलग-अलग जगहों पर लैंडस्लाइड हुई है. इसमें 4 गांव घर, पुल, सड़कें और गाड़ियां भी बह गईं है. केरल  स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि हादसे के बाद लोगों को बचाने के लिए हर संभव कोशिश जारी हैं.  हमें विभिन्न अस्पतालों में 24 शव मिले हैं. लगभग 70 लोग घायल भी हैं

केरल के वायनाड में भारी बारिश बनी तबाही : 4 अलग-अलग जगहों पर लैंडस्लाइड में 24 की मौत, 70 घायल, सैकड़ों लापता

केरल के वायनाड में तेज बारिश के चलते देर रात 4 अलग-अलग जगहों पर लैंडस्लाइड हुई है. इसमें 4 गांव घर, पुल, सड़कें और गाड़ियां भी बह गईं है. केरल  स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि हादसे के बाद लोगों को बचाने के लिए हर संभव कोशिश जारी हैं.  हमें विभिन्न अस्पतालों में 24 शव मिले हैं. लगभग 70 लोग घायल भी हैं. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूस्खलन में मारे गए लोगों की मौत पर दुख जताया है. उन्होंने केरल सरकार को केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है. साथ ही मरने वालों के परिजन को 2-2 लाख रुपए का मुआवजा देने की ऐलान किया है. घायलों को 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता की जाएंगी.

रेस्क्यू के लिए SDRF और NDRF की टीम मौके पर मौजूद है. इसमें मेडिकल टीम भी शामिल है. इसके अलावा एयरफोर्स के 2 हेलिकॉप्टर भी रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हुए हैं. कन्नूर से आर्मी के 225 जवानों को वायनाड के लिए रवाना किया गया है.

हादसे को लेकर केरल के मुख्य सचिव वी. वेणु ने स्थानीय मीडिया को बताया कि रात करीब 2 बजे, कम से कम दो से तीन बार लैंडस्लाइड हुआ. इस समय, कुछ प्रभावित इलाके कट गए हैं. मौसम भी प्रतिकूल है, इसलिए एनडीआरएफ की टीमें इनमें से कुछ प्रभावित इलाकों में नहीं जा पा रही हैं. सभी लोग अलर्ट पर हैं. हम समन्वित तरीके से बचाव कार्य करेंगे. हम अभी भी पता लगा रहे हैं कि कितने लोग फंसे हुए हैं. बचाव कार्य सुनिश्चित करने के लिए लोगों को एयरलिफ्ट करने सहित सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है.

वायनाड लैंडस्लाइड के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कंट्रोल रूम बना दिया है. साथ ही इमरजेंसी हेल्थ सर्विस के लिए दो हेल्पलाइन नंबर 8086010833 और 9656938689 जारी किए है. बारिश के चलते कोझिकोड जिले के सभी पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके अलावा, सभी ग्रेनाइट खदानों को अस्थायी रूप से बंद करने के लिए कहा गया है.