कोलकाता रेप-मर्डर केस: मुख्य आरोपी संजय रॉय ने पॉलीग्राफ टेस्ट में कबूला गुनाह, 18 दिन बाद हुआ बड़ा खुलासा

कोलकाता रेप और मर्डर केस के मुख्य आरोपी संजय रॉय ने पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान आखिरकार अपना गुनाह कबूल कर लिया है. संजय ने स्वीकार किया कि उसने ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म कर उसकी हत्या की थी

कोलकाता रेप-मर्डर केस: मुख्य आरोपी संजय रॉय ने पॉलीग्राफ टेस्ट में कबूला गुनाह, 18 दिन बाद हुआ बड़ा खुलासा

कोलकाता रेप और मर्डर केस के मुख्य आरोपी संजय रॉय ने पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान आखिरकार अपना गुनाह कबूल कर लिया है. संजय ने स्वीकार किया कि उसने ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म कर उसकी हत्या की थी. वहीं इस घटना को अंजाम देने से पहले वह रेड लाइट एरिया गया था, जहां उसने एक लड़की से छेड़छाड़ की और अपनी गर्लफ्रेंड से न्यूड तस्वीरें मांगी थी. यह कबूलनामा मर्डर और रेप की घटना के 18 दिन बाद सामने आया है. 25 अगस्त को हुए पॉलीग्राफ टेस्ट में संजय ने ये खुलासे किए. इससे पहले पुलिस हिरासत में भी उसने रेप और मर्डर की बात स्वीकार की थी.

पॉलीग्राफ टेस्ट में संजय ने तीन मुख्य बातें मानी:

  • उसने ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या की.
  • 8 अगस्त को उसने शराब पी और रेड लाइट एरिया में एक लड़की को छेड़ा. साथ ही, उसने अपनी गर्लफ्रेंड से न्यूड तस्वीरें मांगी.
  • सुबह करीब 4 बजे वह हॉस्पिटल के सेमिनार हॉल पहुंचा और इसके बाद अपने दोस्त के घर गया, जो पुलिस में अधिकारी था.

बीते 8 और 9 अगस्त की रात को आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर से पेर और मर्डर हुआ था. 9 अगस्त की सुबह मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में डॅाक्टर की अर्धनग्न लाश बरामद हुई थी. संजय को 10 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था. 14 अगस्त को उसे CBI के सुपुर्द किया गया और 23 अगस्त को अदालत ने उसका पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अनुमति दी. कोर्ट में संजय ने रोते हुए कहा कि उसने कोई अपराध नहीं किया और पॉलीग्राफ टेस्ट से उसकी बेगुनाही साबित हो जाएगी.

फिलहाल संजय रॉय को प्रेसीडेंसी करेक्शनल होम के VIP वार्ड में न्यायिक हिरासत में रखा गया है. जेल प्रशासन ने उसकी सोने की अनुमति मांगी थी क्योंकि वह लगातार पूछताछ से थक चुका था.

इस बीच, 24 अगस्त को आरजी मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष, चार अन्य डॉक्टर और एक वॉलंटियर का भी पॉलीग्राफ टेस्ट किया गया. 25 अगस्त को CBI ने संदीप घोष के घर और उनके 15 अन्य ठिकानों पर छापेमारी की. घोष पर कॉलेज में वित्तीय गड़बड़ियों का आरोप है. सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए पुलिस और अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को गंभीरता से लिया है.