काशी की आबोहवा खराब: क्लाइमेट एजेंडा सौपेंगा सभी राजनैतिक पार्टियों को ज्ञापन, करेगा प्रदूषण के स्थाई हल की मांग...
Kashi s climate is bad will submit a memorandum to all political parties on climate agendaकाशी की आबोहवा खराब: क्लाइमेट एजेंडा सौपेंगा सभी राजनैतिक पार्टियों को ज्ञापन, करेगा प्रदूषण के स्थाई हल की मांग...
वाराणसी,भदैनी मिरर। क्लाइमेट एजेंडा के सौ प्रतिशत उत्तर प्रदेश अभियान के तहत अस्सी घाट पर स्थापित कृत्रिम फेफड़ा के 3 दिनों के भीतर काला होने की बात को गंभीरता से लेते हुए क्लाइमेट एजेंडा ने पत्रकारवार्ता कर कहा कि गर्मियों में भी बनारस गंभीर प्रदूषण झेल रहा है। प्राणवायु में लगातार जहर घुलना चिंता का विषय है। संस्था की निदेशिका एकता शेखर ने कहा कि संस्था द्वारा स्वच्छ हवा को मूलभूत अधिकार घोषित करने की मांग को वाराणसी में अपार जनसमर्थन मिल रहा है।
एकता शेखर ने कहा “बिलकुल सफेद फेफड़ों का 72 घंटों में काला हो जाना इस बात का प्रमाण है कि वाराणसी समेत प्रदेश के अन्य शहरों में वायु प्रदूषण अब एक अहम सवाल बन चुका है। यह अभियान आम जनता से लेकर जन प्रतिनिधियों के बीच जागरूकता पैदा करने की दृष्टि से चलाया जा रहा है। अभियान के अगले चरण में टीम अब मुख्यधारा के सभी राजनितिक दलों का प्रदूषण के मुद्दे पर ध्यानाकर्षण का प्रयास करेगी। अभियान सभी दलों के कार्यालय में जाकर उन्हें ज्ञापन सौपेंगा और उनसे प्रदूषण के स्थाई हल के लिए प्रेरित करेगा। बनारस में वर्तमान में विद्युत वाहन और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में जो परिवर्तन दिख रहे हैं, वे सुखद होने के साथ साथ नाकाफी हैं। अभियान सम्बंधित मंत्रालयों को भी ज्ञापन के माध्यम से इस मुद्दों पर संवेदनशील बनाने का प्रयास करेगा।" एकता ने आगे कहा कि शहर में कचरा निस्तारण का कोई प्राथमिक समाधान अब तक नहीं मिल सका है, साथ ही, राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्ययोजना का शिथिल अनुपालन भी वायु प्रदूषण के संकट को और बढ़ा रहा है।
प्रेस वार्ता के दौरान सानिया अनवर ने बताया "वाराणसी ने इस जागरूकता अभियान को खुल कर समर्थन दिया है। ऑन लाइन और ऑफलाइन, दोनों ही स्तरों पर चलाये जा रहे हस्ताक्षर अभियान में पिछले केवल 5 दिनों में कुल 4 हज़ार से ज्यादा समर्थन ऑन लाइन एवं 20 हज़ार से अधिक समर्थन ऑफ लाइन हासिल हुआ है। इस समर्थन प्रक्रिया को हम अभी अनवरत जारी रखेंगे, हमारा लक्ष्य यह है कि कुल पचास हज़ार समर्थन के साथ प्रदेश एवं भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय को एक मांग पात्र सौपा जाए, जिसमे राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्ययोजना के कठोर, समयबद्ध अनुपालन की मांग प्राथमिक तौर पर शामिल रहेंगी।" अभियान में युवाओं की सहभागिता के बारे में विशेष रूप से बताते हुए सानिया अनवर ने कहा "यह अभियान मुख्य रूप से शहर के युवाओं के नेतृत्व में चल रहा है। हस्ताक्षर अभियान, नुक्कड़ नाटक, गीत संध्या, आदि के माध्यम से निरंतर शहर के हर तबके के लोगों को इस अभियान से जोड़ने की कवायद इन युवाओं की अगुवाई में ही चल रही है।"