BHU अस्पताल में बढ़ी बाउंसरों की गुंडई, न्यूज कवर करने गए पत्रकार संग मारपीट कर छीना सोने की चेन और मोबाइल...
बीएचयू के सुरक्षाकर्मियों को दरकिनार कर यह बाउंसर चिकित्सकों के यहां बैक डोर से नंबर लगाने से लेकर अन्य सभी सेटिंग में भागीदार है. यह बाउंसर आय दिन मरीजों से मारपीट कर रहे है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। होटल, क्लब, बार के बाहर लगाए जाने वाले बाउंसरों की तैनाती जब से बीएचयू के अस्पतालों में हुई है, तब से अस्पताल अराजकता का अड्डा बना हुआ है. बीएचयू के सुरक्षाकर्मियों को दरकिनार कर यह बाउंसर चिकित्सकों के यहां बैक डोर से नंबर लगाने से लेकर अन्य सभी सेटिंग में भागीदार है. यह बाउंसर आय दिन मरीजों से मारपीट कर रहे है. बुधवार की देर रात इमरजेंसी में जूनियर चिकित्सकों संग हुई मारपीट के बाद हड़ताल पर गए रेजिडेंट की खबर कवर करने गए न्यूज पोर्टल के पत्रकार ओमकारनाथ के साथ बाउंसरों ने मारपीट की.
पीड़ित पत्रकार ओमकार नाथ का आरोप है की आधा दर्जन बाउंसरों ने मारपीट करते हुए घसीटकर एक कमरे में ले गए. वहां मारपीट करने के साथ ही मोबाइल और सोने की चेन छीन ली. जान से मारने की धमकी दी. पत्रकार किसी तरह अपनी जान बचाकर प्राक्टोरियल आफिस पहुंचे. उन्होंने आपबीती सुनाई, वहीं लंका थाने में तहरीर देकर पुलिस को घटना से अवगत कराया.
बता दें, पत्रकार ओमकारनाथ गुरुवार को न्यूज कवरेज करने के लिए मल्टी स्पेशिएलिटी अस्पताल गए थे. उसी दौरान कुछ बाउंसर यूरोलाजी के ओपीडी में दिखाने आए मरीज के परिजन जफराबाद के पांडेयपट्टी निवासी शिवकुमार के साथ मारपीट कर रहे थे. पत्रकार को देखकर बाउंसर उन पर हमलावर हो गए. बाउंसर मिर्जापुर के चुनार थाना के सोनबरसा निवासी विकास सिंह, बगहा के राहुल उपाध्याय के साथ ही चार-पांच अज्ञात बाउंसरों ने मारपीट की. पत्रकार को घसीटते हुए एक कमरे में ले गए. वहां पत्रकार से जमकर मारपीट की. इसी दौरान दरवाजे के चौखट से टकराकर पत्रकार गिर गए, बाउंसरों ने पत्रकार का मोबाइल व सोने की चेन छीन ली. पत्रकार किसी तरह भागकर मुख्य आरक्षाधिकारी कार्यालय पहुंचे. वहां पहले से मौजूद लंका एसओ अश्वनी पांडेय व प्राक्टोरियल बोर्ड के अधिकारियों से आपबीती बताई. वहीं शरीर पर लगे गहरे चोट के निशान भी दिखाए. पीड़ित पत्रकार ने बताया कि बाउंसर रूपी गुंडे घटना की शिकायत करने पर गोली मारने की धमकी दे रहे थे. उन्होंने लंका थाने में तहरीर देकर पुलिस से उचित कार्रवाई की मांग की है. घटना को लेकर पत्रकारों के साथ ही बीएचयू के छात्र संगठनों में भी आक्रोश है.