1 अगस्त से घर-घर जाकर BLO करेंगे मतदाता सूची को आधार नंबर से लिंक, इससे डुप्लीकेट वोटरों पर होगा प्रहार...
वाराणसी में अब घर घर जाकर बीएलओ मतदाताओं की सूची को उनके आधार नंबर से जोड़ने की प्रक्रिया 1 अगस्त से 15 दिन के लिए शुरु करेंगे.
वाराणसी, भदैनी मिरर। जिला निर्वाचन अधिकारी व जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने रायफल क्लब में बैठक के दौरान विधानसभा निर्वाचक नामावली में सम्मिलित मतदाताओं से स्वैच्छिक रूप से आधार नंबर एकत्र किए जाने के संबंध में निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों एवं सभी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के लोगों को बताया कि जनपद में बीएलओ घर-घर जाकर मतदाता सूची को आधार नंबर से जोड़ने की प्रक्रिया 1 अगस्त से शुरू करेंगे। जो आगामी 15 दिन में पूर्ण किया जाएगा। इससे मतदाता सूची में डुप्लीकेसी की समस्या का समूल समाधान हो जाएगा। उन्होंने बताया कि नए मतदाता जिनकी उम्र 18 वर्ष पूर्ण हो चुकी है उन्हें मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराने के लिए फार्म 6 भरना होगा, वह यह फार्म भरते समय ही अपना आधार नंबर उसमें अंकित कर देंगे। जबकि मतदाता सूची में पूर्व से ही सम्मिलित मतदाताओं को इसके लिए फार्म 6 ख भरना होगा। किसी भी मतदाता को अपने आधार कार्ड की फोटो प्रति उपलब्ध नहीं करानी है, बल्कि उसे अपना आधार नंबर बीएलओ को नोट कराना है। मतदाताओं से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि बीएलओ को अपना आधार कार्ड नंबर बताने अथवा लिखवाने के दौरान वह इसे अवश्य चेक कर ले कि बीएलओ उनका आधार नंबर सही लिखा हो।
डीएम ने निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आधार कार्ड इंट्री किसी भी दशा में गलत न होने पाए। आधार नंबर कलेक्शन एवं उसके इंट्री के दौरान बीएलओ की जिम्मेदारी तय किया जाए। बीएलओ की सूची तहसील एवं विकास खंड मुख्यालयों पर चस्पा कर दिया जाए, जिससे अपने क्षेत्र के बीएलओ की जानकारी सभी मतदाताओं को हो। सभी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के बीएलओ के साथ बैठक कर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश तत्काल जारी करें। बीएलओ की उपस्थिति हर हालत में सुनिश्चित कराई जाए। इसकी समय-समय पर स्थलीय निरीक्षण भी किया जाए तथा स्पेशल समर कैंप में बीएलओ अवश्य उपस्थित रहे। उन्होंने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से भी इस कार्य में सहयोग किए जाने की अपेक्षा करते हुए अपने स्तर से बीएलए नियुक्त किए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि यह निर्वाचन का अत्यधिक महत्वपूर्ण कार्य है इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही अथवा शिथिलता नहीं होनी चाहिए। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर भी क्रियाशील किया जाए, ताकि बीएलओ के अनुपस्थिति आदि की जानकारी प्राप्त हो सके।
राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों द्वारा जिलाधिकारी को बीएलओ की अनुपस्थिति एवं फार्मो की अनुपलब्धता की जानकारी दिए जाने पर उन्होंने निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को बीएलओ की उपस्थिति प्रत्येक दशा में सुनिश्चित कराए जाने हेतु समय-समय पर चेक कराए जाने का निर्देश देते हुए निर्वाचन कार्यालय को फार्मो की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित कराए जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि यदि मतदाता बीएलए को अपना आधार कार्ड नंबर उपलब्ध करा देता है तो बीएलए अपने क्षेत्र के बीएलओ को वह आधार कार्ड नंबर उपलब्ध करा दें। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए बताया कि डाटा को किसी के साथ किसी भी दशा में शेयर नहीं किया जाएगा। आधार नंबर लेने का एकमात्र मकसद मतदाता सूची में डुप्लीकेसी को रोकना है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए विशेष जोर दिया कि राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों एवं पूर्व में चुनाव लड़ चुके लोगो से संपर्क कर यह फीडबैक ले, कि किस क्षेत्र में मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में जुड़ने से वंचित रह गया था और इसके आधार पर वे अपने दायित्वों का सुचारू रूप से निर्वहन सुनिश्चित करें। उन्होंने इस दौरान मृत्यु हो चुके अथवा स्थानांतरित होकर अन्यत्र चले गए लोगों का नाम मतदाता सूची से हटाए जाने का कार्य भी किए जाने का निर्देश दिया। मतदाता सूची से नाम काटने की कार्रवाई मेरिट के आधार पर किया जाए। यदि गलत तरीके से किसी भी मतदाता का नाम मतदाता सूची से कटा तो जिम्मेदारी निर्धारित कर संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
फॉर्म में ही भर दे आधार कार्ड नंबर
जिलाधिकारी ने बताया कि 1 जनवरी, 2023 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले लोग मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराने से पूर्व यदि उनके आधार कार्ड न हो तो अवश्य बनवा ले। सभी शैक्षणिक संस्थानों में मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने एवं आधार कार्ड बनवाए जाने के लिए विशेष शिविर का आयोजन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि पूर्व के चुनाव के दौरान यह देखने में आया कि एक परिवार के मतदाताओं का नाम भिन्न-भिन्न मतदान केंद्रों पर रहा। अभियान के दौरान एक परिवार के सभी सदस्यों का नाम एक ही मतदान केंद्रों पर किए जाने की कार्रवाई भी सुनिश्चित किया जाए। एक परिवार के कई सदस्यों का नाम अलग-अलग बूथों पर होने के कारण मतदाता मतदान करने नहीं जाते हैं और इसका प्रभाव मतदान प्रतिशत पर पड़ता है।