48 घंटे के भीतर दिल्ली से पकड़ा गया जालसाज: वाराणसी में नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों को बनाया है शिकार, BHU के समीप चलाता था बिरयानी रेस्टोरेंट
वाराणसी,भदैनी मिरर। दिल्ली में सचिवालय का नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोगों से रुपये ऐठने वाले जालसाज को पुलिस कमिश्नर (सीपी) के निर्देश पर मुकदमा लिखे जाने के 48 घण्टे के भीतर दिल्ली के द्वारका से गिरफ्तार कर कमिश्नरेट पुलिस ने उसे लेकर वाराणसी आ गई। आरोपी हेमंत को पुलिस आज कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगेगी, पुलिस अभी यह पता करने में जुटी है कि हेमंत ने कितने लोगों को ठगा है।
नौकरी के नाम पर 7 लाख रुपये ऐंठा
पुलिस कमिश्नर (सीपी) ए. सतीश गणेश से 5 सितंबर को लंका के भगवानपुर निवासी राज बहादुर ने मिलकर गुहार लगाई। सीपी को राज बहादुर ने बताया कि वर्ष 2018 में वह हैदराबाद गेट (BHU) के समीप बिरयानी हेड क्वाटर (BHQ) नाम से रेस्टोरेंट संचालक हेमंत के संपर्क में आया। वह बर्गलाकर हमसे 7 लाख रुपये ऐंठ लिए, पहले वह देने का आश्वासन देता रहा लेकिन बाद में पता चला कि उसने रेस्टोरेंट बन्द कर फरार हो गया है, जिसके बाद पुलिस कमिश्नर से गुहार लगाई।
फंस गया पुलिस की जाल में
सीपी ए. सतीश गणेश के निर्देश पर लंका थाने में हेमंत के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। साथ ही चितईपुर चौकी इंचार्ज अर्जुन सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन कर गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए। सीपी के निर्देश के बाद हेमंत के मोबाइल नम्बर ट्रैक किया गया तो लोकेशन दिल्ली का आया। दरोगा अर्जुन टीम के साथ दिल्ली रवाना हुए और नौकरी की मांग करने लगे। दो दिन में लगभग 8 से 10 बार हुई बातचीत में हेमंत को लगा कि अर्जुन सिंह उसके झांसे में आ गए हैं। इसके बाद गुरुवार को हेमंत ने अर्जुन सिंह को दिल्ली के द्वारिका इलाके में बातचीत तय करने के लिए बुलाया और वह पकड़ा गया। पुलिस हेमंत को लेकर शुक्रवार सुबह ही वाराणसी पहुंच गई।
कम समय में ज्यादा पैसा कमाना चाहता था हेमंत
हेमंत ने प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसके पिता और ताऊ दिल्ली में सेंट्रलाइज्ड एयरकंडीशन इंस्टॉलेशन का काम करते थे। इस वजह से वह बचपन से ही दिल्ली में रहता था। रेस्टोरेंट खोल कर बिजनेस करने के उद्देश्य से वह वाराणसी आया। फिर उसके दिमाग में आया कि कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के लिए क्यों न फ्रॉड किया जाए। जो भी पैसा आएगा उसे समेट कर वह वापस दिल्ली चला जाएगा और वहां उसे कोई खोज नहीं पाएगा। इसके बाद वह रेस्टोरेंट में आने वाले युवाओं से खुद ही सरकारी नौकरी का जिक्र करता था और जो उसकी बातों के झांसे में आ जाता था उसे अपना शिकार बनाता था। हालांकि हेमंत ने पुलिस को यह नहीं बताया कि उसने कितने लोगों के साथ जालसाजी की है। इसलिए पुलिस अब उसे अदालत से उसकी कस्टडी रिमांड मांग कर नए सिरे से पूछताछ करने की तैयारी में है।