मिर्गी जन जागरुकता दिवस: ज्यादातर मिर्गी मरीज 1 दवा से हो सकते है ठीक, BHU न्यूरोलॉजी जल्द शुरु करने जा रहा एपलेप्सी सर्जरी...

Epilepsy Public Awareness Day, Most epilepsy patients can be cured with one medicine. BHU Neurology going to start Epilepsy surgery soon. काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) आईएमएस न्यूरोलॉजी विभाग द्वारा बैगनी बनारस के बैनर तले मरीजों और तीमारदारों को मिर्गी बीमारी के प्रति जागरुक किया गया.

मिर्गी जन जागरुकता दिवस: ज्यादातर मिर्गी मरीज 1 दवा से हो सकते है ठीक, BHU न्यूरोलॉजी जल्द शुरु करने जा रहा एपलेप्सी सर्जरी...
मरीजों और तीमारदारों को जागरुक करते बीएचयू न्यूरोलॉजी विभाग के चिकित्सक।

वाराणसी,भदैनी मिरर। विश्व मिर्गी जन जागरूकता दिवस पर न्यूरोलॉजी विभाग बीएचयू की ओर से न्यूरोलॉजी लैब में मरीजों, तीमारदारों संग जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान विशेषज्ञों ने कहा कि मिर्गी एक सामान्य बीमारी है जो मेन्टल डिसऑर्डर से उत्पन्न होता है। मिर्गी से मौत कभी नहीं होती मगर गलत समय (नदी में तैरते, गाड़ी चलाते, सड़क पार करते या रेलवे स्टेशन) पर दौरा आने से मौत का कारण बनता है। 

मुख्य अतिथि चिकित्सा विज्ञान संस्थान के डीन प्रोफेसर एस.के. सिंह ने कहा कि मिर्गी की बीमारी को पहचानने के लिए जांच की जरूरत नहीं पड़ती मगर मिर्गी बीमारी के कारण का पता लगाने के लिए जांच जरूरी है। मिर्गी भगवान द्वारा दिया हुआ कोई अभिशाप नहीं है बल्कि यह एक बीमारी है। इसके लिए विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विजयनाथ मिश्र ने 'बैगनी बनारस' अभियान के तहत जागरूकता लाई है और आगे भी न्यूरोलॉजी विभाग काम करता रहेगा।

इस दौरान अभिषेक पाठक ने कहा कि रिसर्च के मुताबिक जो मरीज इलाज के लिए आगे आते है उससे तीन गुना ज्यादा लोग इस बीमारी से ग्रसित है। डॉ. पाठक ने कहा कि कुछ दिनों में हम एपलेप्सी सर्जरी की शुरुआत करने जा रहे है, इसके लिए संस्थान द्वारा जल्द ही मशीनें प्राप्त हो जाएंगी। यह कार्य शुरु होते ही बीएचयू के न्यूरोलॉजी यूपी का पहला केंद्र बन जाएगा जो इसका सम्पूर्ण इलाज करेगा। उन्होंने बताया कि यह सर्जरी उन मरीजों के लिए है जिन्हें ड्रग रेजिस्टेंट एपलेप्सी है। 

इस दौरान पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर आरएन चौरसिया, प्रोफेसर दीपिका जोशी, डॉक्टर आनंद, डॉक्टर वरुण ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में अथितियों का स्वागत डॉक्टर दीपिका जोशी का संचालन विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विजयनाथ मिश्र ने किया। इस दौरान जूनियर रेसिडेंस आनंद शास्त्री, मधुसूदन, फवास, विस्मय के अलावा पीएचडी छात्रा निधि चंद्रा, विनीता सिंह, भार्गवी मिश्रा, प्रिया देव, अपर्णा खत्री, प्रियंका गौतम और चंद्रशेखर पाठक सहित दर्जनों छात्र-छात्राएं उपस्थित रही।