NEET मामले में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने NTA पर जताई नाराजगी, कहा- गड़बड़ी करने वालों को बख्शेंगे नहीं... 

नीट यूजी 2024 के रिजल्ट में अनियमितताओं के आरोपों के बीच रविवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एनटीए (NTA) को आड़े हाथो लिया है. साथ ही उन्होंने नाराजगी भी व्यक्त की है. 

NEET मामले में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने NTA पर जताई नाराजगी, कहा- गड़बड़ी करने वालों को बख्शेंगे नहीं... 

Dharmendra Pradhan On NTA: नीट यूजी 2024 के रिजल्ट में अनियमितताओं के आरोपों के बीच रविवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एनटीए (NTA) को आड़े हाथो लिया है. साथ ही उन्होंने नाराजगी भी व्यक्त की है.

शिक्षा मंत्री ने कहा, "NEET मामले में किसी भी तरह की गड़बड़ी करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा. बच्चों के भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ बर्दास्त नहीं किया जाएगा." शिक्षा मंत्री ने एनटीए पर भी नराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि एनटीए में भी अगर कोई दोषी होगा तो उसे भी नहीं छोडेंगे. एनटीए में भी अगर कोई दोषी होगा तो उसे भी नहीं छोडेंगे.

'NTA में बहुत सुधार की आवश्यकता'

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, "NEET के संबंध में 2 प्रकार की अव्यवस्था का विषय सामने आया है. प्रारंभिक जानकारी थी कि कुछ छात्रों को कम समय मिलने के कारण उनको ग्रेस नंबर दिए गए...दूसरा 2 जगहों पर कुछ गड़बड़ियां सामने आई हैं. मैं छात्रो और अभिभावकों को आश्वस्त करता हूं कि इसे भी सरकार ने गंभीरता के साथ लिया है."

केंद्रीय शिक्षा मंत्री एनटीए को लेकर कहा, "हमें जानकारी मिली है, हम सारे विषयों को एक निर्णायक स्थिति तक ले जाएंगे. उसमें जो भी बड़े अधिकारी होंगे, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा. NTA में बहुत सुधार की आवश्यकता है. सरकार इस पर चिंता कर रही है, किसी गुनहगार को छोड़ा नहीं जाएगा उनको कठोर से कठोर दंड मिलेगा."

बता दें कि, नीट यूजी एग्जाम में इस बार 24 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे. यह परीक्षा कई अनियमितताओं के आरोपों को लेकर विवाद से घिर गई. इस एग्जाम में धांधली के लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. नीट-यूजी को लेकर आरोप लगे हैं कि कुछ छात्रों के अंक बढ़ाए गए और इस वजह से ही इस बार रिकॉर्ड 67 उम्मीदवारों ने पूरे अंकों साथ टॉप रैंक हासिल की है. छह एग्जाम सेंटर पर परीक्षा में देरी के कारण हुए समय के नुकसान की भरपाई के लिए 1,500 से अधिक छात्रों को ग्रेस मार्क दिया गया, जो सवालों के घेरे में है.