इमरजेंसी, पेपर लीक से लेकर संविधान तक, जानें राष्ट्रपति मुर्मू के अभिभाषण की 10 बड़ी बातें...

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने अपने अभिभाषण में इमरजेंसी, पेपर लीक, किसान से लेकर संविधान का जिक्र किया. आइए एक नजर डालते है राष्ट्रपति के आज के अभिभाषण की 10 अहम बातों पर..

इमरजेंसी, पेपर लीक से लेकर संविधान तक, जानें राष्ट्रपति मुर्मू के अभिभाषण की 10 बड़ी बातें...

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने अपने अभिभाषण में इमरजेंसी, पेपर लीक, किसान से लेकर संविधान का जिक्र किया. आइए एक नजर डालते है राष्ट्रपति के आज के अभिभाषण की 10 अहम बातों पर..

जानें राष्ट्रपति के अभिभाषण की 10 बड़ी बातें

1. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के बाद राष्ट्रपति ने भी इमरजेंसी को याद करते हुई बड़ी बातें कहीं. उन्होंने कहा कि आज 27 जून है. 25 जून 1975 को लागू हुआ आपातकाल संविधान पर सीधे हमले का सबसे बड़ा और काला अध्याय था. तब पूरे देश में हाहाकार मच गया था, लेकिन ऐसी असंवैधानिक ताकतों पर देश ने विजय प्राप्त करके दिखाया, क्योंकि भारत के मूल में गणतंत्र की परंपराएं रही हैं.

2. राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने अभिभाषण में पेपर लीक का भी जिक्र करते हुए कहा कि सरकारी भर्ती हो या परीक्षाएं, सुनिए-सुनिए.. परीक्षाएं किसी भी कारण से इनमें रुकावट आए ये उचित नहीं है. इनमें शुचिता और पारदर्शिता बहुत जरूरी है. हाल ही में कुछ परीक्षाओं में हुई पेपर लीक की घटनाओं की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए मेरी सरकार प्रतिबद्ध है.

3. राष्ट्रपति मुर्मू ने किसानों पर बोलते हुए कहा कि मेरी सरकार के शुरुआत के दिन से ही किसानों को 20 हजार करोड़ रुपये की धनराशि प्रदान की जा चुकी है. आज का भारत अपनी वर्तमान जरूरतों को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ रही है. हम किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए नीतियां बना रहे हैं.

4. राष्ट्रपति ने कहा, पिछले 10 सालों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। इसमें एससी-एसटी हर क्षेत्र के लोग शामिल हैं. विशेषकर आदिवासी समाज में ये बदलाव और भी समझ में आ रहा है। 20 हजार करोड़ रुपये की योजना अति पिछड़े जानजातीय समूह के माध्यम बन रही है.

5. उन्होंने आगे कहा, हमारे वैज्ञानिक चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलता से उतरते हैं तो हमें गर्व होना चाहिए. जो भारत दुनिया की सबसे तेज बढ़ती इकॉनमी बनता है तो हमें गर्व होना चाहिए, जो भारत इतना बड़ा चुनाव बिना बड़ी हिंसा और अराजकता से पूरा कराए तो हमें गर्व होना चाहिए.

6. राष्ट्रपति ने आगे कहा कि वैश्विक महामारी के बाद भी और दुनिया के अलग-अलग देशों में चल रही मुश्किलों के बाद भारत ने ये विकास हासिल किया है। आज भारत अकेले ही दुनिया की अर्थव्यवस्था में 15 फीसदी का योगदान कर रही है. 

7. राष्ट्रपति ने कहा, भारत का पब्लिक ट्रांसपोर्ट दुनिया में बेहतरीन हो इस मानदंड पर भारत काम कर रही है. इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास इस दिशा में बदलते भारत की योजना को दिखा रही है. गांव में 3 लाख 80 हजार किलोमीटर से ज्यादा सड़क बनाई है. आज भारत में नेशनल हाइवे का जाल बिछ रहा है. मेरी सरकार ने बुलेट ट्रेन के लिए पूर्वी, उत्तर भारत में फिजिबलिटी स्टडी शुरू कर चुकी है.

8. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार सार्वजनिक सेक्टर को भी मजबूत करने में जुटी है. आज आईटी से लेकर हेल्थ सेक्टर में बड़ी शक्ति बन रहा है. इन सेक्टरों में रोजगार और स्व रोजगार के अवसर मिल रहे हैं.

 
9. राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था. 10 साल में भारत 11वें नंबर की अर्थव्यवस्था से उठकर 5वें नंबर की अर्थव्यवस्था तक पहुंचा है.

10. राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि माननीय सदस्यगणों सरकार का ये निरंतर प्रयास है कि देश के युवाओं की अपनी प्रतिभा दिखाने का उचित अवसर मिले. सरकार एक डिजिटल विश्वविद्यालय बनाने की दिशा में काम कर रही है. इन्हीं प्रयासों भारत आज दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप सिस्टम बन चुका है.


बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लोकसभा और राज्यसभा को संबोधित किया. इसके पहले उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. सदन में राष्ट्रगान के बाद अभिभाषण की शुरुआत हुई. उन्होंने सबसे पहले दूसरी बार लोकसभा का स्पीकर बनने पर ओम बिरला को बधाई दी. उन्होंने कहा कि देश में स्थिर और स्पष्ट बहुमत की सरकार है। मुर्मू ने कहा कि देशवासियों की ओर से ईसी का आभार। उन्होंने कहा कि हमें विकसित भारत के संकल्प पर भरोसा है। मेरी जीते हुए सांसदों को बधाई।