ED ने जब्त की झुनझुनवाला की 814 करोड़ की संपत्ति, बीते 21 जून को वाराणसी आवास समेत दर्जन भर ढिकानों पर पड़ी थी रेड 

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के लखनऊ जोन कार्यालय ने बुधवार को जेवीएल एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड समेत झुनझुनवाला समूह की अन्य कंपनियों की 814 करोड़ की संपत्तियों को अस्थाई तौर पर जब्त कर लिया है. इसमें यूपी), रोहतास (बिहार), पालम (नई दिल्ली) और रायगढ़ (महाराष्ट्र) में स्थित 521 एकड़ भूमि के रूप में शामिल हैं.

ED ने जब्त की झुनझुनवाला की 814 करोड़ की संपत्ति, बीते 21 जून को वाराणसी आवास समेत दर्जन भर ढिकानों पर पड़ी थी रेड 

वाराणसी, भदैनी मिरर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के लखनऊ जोन कार्यालय ने बुधवार को जेवीएल एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड समेत झुनझुनवाला समूह की अन्य कंपनियों की 814 करोड़ की संपत्तियों को अस्थाई तौर पर जब्त कर लिया है. इसमें यूपी), रोहतास (बिहार), पालम (नई दिल्ली) और रायगढ़ (महाराष्ट्र) में स्थित 521 एकड़ भूमि के रूप में शामिल हैं. यह भूमि जेवीएल इंफ्रा हाइट्स लिमिटेड, जेवीएल मेगा फूड पार्क प्राइवेट लिमिटेड, जेवीएल सीमेंट लिमिटेड और प्रीमियम प्रेशर वेसल्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम रजिस्टर्ड है. उक्त कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 के प्रावधानों के तहत की गई.

दो ट्रस्ट भी पंजीकृत

प्रमोटर सत्य नारायण झुनझुनवाला ने जेवीएल एग्रो समूह कंपनियों के रूप में विभिन्न कागजी संस्थाओं का अधिग्रहण किया. सत्य नारायण झुनझुनवाला ने महालक्ष्मी इन्वेस्टमेंट और रत्नप्रिया इन्वेस्टमेंट नाम से दो ट्रस्ट भी पंजीकृत किए और ऐसी कागजी संस्थाओं के लगभग पूरे शेयर इन दो ट्रस्टों में स्थानांतरित कर दिए.

बैंकों को करोड़ों का नुकसान

सत्य नारायण झुनझुनवाला और उनके सहयोगियों के इस कृत्य के परिणामस्वरूप बैंक ऑफ बड़ौदा के नेतृत्व वाले बैंकों के संघ को लगभग 1992 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. 21 जून को ईड ने जेवीएल समूह की कंपनियों, सत्य नारायण झुनझुनवाला और परिवार के सदस्यों और सहयोगियों के 12 परिसरों पर छापेमारी कर तलाशी भी ली गई थी. मालूम हो कि, जेवीएल की यूपी, बिहार, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में इकाइयां हैं, जो विभिन्न खाद्य तेलों के निर्माण और व्यापार में शामिल हैं.

बता दें कि, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने 21 जून की अलसुबह जेवीएल एग्रो लिमिटेड के अधिष्ठाता दीनानाथ झुनझुनवाला के नाटीइमली स्थित आवास समेत यूपी, बिहार, नई दिल्ली समेत दर्जनभर ठिकानों पर छापेमारी की थी. दीनानाथ झुनझुनवाला के सिंधोरा रोड और सारनाथ स्थित आवास पर भी कार्रवाई की थी. इस दौरान ईडी की टीम को 23 घंटे की जांच के बाद अहम कागजात मिले थे. 

टीम ने दीनानाथ झुनझुनवाला समेत उनके पुत्र सत्यनारायण झुनझुनवाला, पौत्र आदर्श झुनझुनवाला, बहू और कंपनी के निदेशकों से घंटों पूछताछ की थी. ईडी की कार्रवाई कोलकाता, रोहतास में भी हुई थी. झुनझुनवाला समूह के चार्टर्ड अकाउंटेंट कोलकाता में रहते हैं, जिनसे पूछताछ में ईडी को कई जानकारी हाथ लगी थी. उन्होंने बताया कि दीनानाथ झुनझुनवाला ने रिश्तेदारों, ड्राइवरों के नाम संपत्तियां खरीदीं थीं. बैंक ऑफ बड़ौदा समेत अन्य बैंकों से लोन लेकर कंपनियों को दिवालिया दिखाया.

जेवीएल एग्रो कंपनी के अलावा बैंकों से धोखाधड़ी के उद्देश्य से अन्य कंपनियों का गठन किया गया था. पहले भी जेवीएल एग्रो पर आयकर विभाग, सीबीआई की छापेमारी हो चुकी है. यह बनारस की चुनिंदा कंपनियों में है जो बीएसई में लिस्टेड है.