प्रतापगढ़ में कांग्रेस बीजेपी नेताओं की भिड़ंत का मामला गरमाया : कांग्रेसियों ने बताया BJP की हठधर्मिता, न्यायिक जांच के लिए सौपा ज्ञापन
वाराणसी, भदैनी मिरर। कांग्रेस की यूपी विधानमंडल की नेता आराधना मिश्रा व उनके पिता पूर्व राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी सहित पार्टी के नेताओं पर दर्ज मुकदमें को लेकर कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त है।
प्रदेश की कांग्रेस कमेटी इसको लेकर लगातार मुखर हो रही हैं। प्रदेश कमेटी के निर्देश पर स्थानीय जिला और महानगर के पदाधिकारियों के एक प्रतिनिधि मंडल ने इस प्रकरण को लेकर राज्यपाल को सम्बोधित मांगों का ज्ञापन मंगलवार को जिलाधिकारी को सौंपा।
जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल व महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने संयुक्त रूप से बताया कि प्रतापगढ़ जनपद में कार्यक्रम स्थल पर सब कुछ सुचारू रूप से सुव्यवस्थित चल रहा था। जहां पार्टी की विधायक आराधना मिश्रा 'मोना' व पूर्व राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी भी उपस्थित थे। कुछ समय उपरांत सभागार में भाजपा सांसद संगम लाल का आगमन हुआ। जिनका स्वागत एवं अभिवादन विधायक आराधना मिश्रा एवं पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने खुद किया।
मंच पर सांसद संगम लाल गुप्ता को अपनी कुर्सी भी ससम्मान दी। जिसके बाद सांसद के साथ आए कुछ कार्यकर्ता कुछ अराजक लोग अपराधी प्रवृत्ति के थे, जिन पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, उत्तेजित होकर सभागार में नारेबाजी करने लगे। अराजकता फैला रहे कार्यकर्ताओं को लोगों ने शांत कराने की कोशिश की। सभागार के अंदर उनके साथ किसी भी प्रकार की अभद्र भाषा और अभद्रता नहीं हुई। और ना ही किसी कार्यकर्ता ने मारपीट की और ना ही किसी ने उनका कपड़ा फाड़ा। ये बातें स्पष्ट वीडियो भी में दिखाई पड़ रही हैं।
महानगर अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि स्थानीय सांसद व शासन-प्रशासन ने कांग्रेस नेताओं की छवि धूमिल करने के लिए आरोप लगाने के साथ मुकदमा दर्ज कराया है। हम कांग्रेस जन राज्यपाल से पत्रक के जरिये मांग करते है की मुकदमा वापस हो व मामले की न्यायिक जांच हो।