Btech में एडमिशन कराने के नाम पर लाखों की ठगी, मुकदमा दर्ज...
सिगरा के चन्दुआ छित्तुपूर निवासी ओमप्रकाश मिश्र के भतीजे अर्पित मिश्र एवं भांजे वत्सल मिश्र का बीटेक में एडमिशन कराने के नाम पर मेराज खान एवं उनके साले वसीर आलम खान पर ₹2 लाख 90000 हजार रुपए की धोखाधड़ी कर ली. प्रकरण में पीड़ित ने सिगरा थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। सिगरा के चन्दुआ छित्तुपूर निवासी ओमप्रकाश मिश्र के भतीजे अर्पित मिश्र एवं भांजे वत्सल मिश्र का बीटेक में एडमिशन कराने के नाम पर मेराज खान एवं उनके साले वसीर आलम खान पर ₹2 लाख 90000 हजार रुपए की धोखाधड़ी कर ली. प्रकरण में पीड़ित ने सिगरा थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार ओ. पी. मिश्रा के बड़े भाई उत्तर रेलवे वाराणसी स्टेशन पर तैनात है और वही पर उनके परिचित मेराज खान भी उप निरीक्षक पद पर तैनात है. मेराज खान ने ओ पी मिश्र को बताया की उनका साला बसीर आलम खान बैंगलोर में काउंसलर पद पर तैनात है और बीटेक के अच्छे स्कूलों में एडमिशन करवाता है. उसके माध्यम से ओपी मिश्रा की मुलाकात वसीर आलम खान से हुई जिन्होंने एडमिशन कराने का दो लाख नब्बे हजार रुपए डिमांड किया और कहा कि जिसमें से एक लाख रुपए कैश चाहिए और बाकी का पैसा एकाउंट से चाहिए. जिसके बाद ओपी मिश्रा ने जब मेराज खान से बात की तो उन्होंने कहा कि आप आंख बन्द करके पैसा दे दीजिए, काम न होने पर पैसा रिटर्न कराने की जिम्मेदारी हमारी है.
पीड़ित के अनुसार एक सप्ताह बीत जाने के बाद जब एडमिशन नहीं हुआ तो ओपी मिश्रा पैसा वापस मांगने लगे. पहले तो दोनों के द्वारा आश्वासन मिलना शुरू हो गया फिर बाद में वसीर आलम खान ने घमकी देते हुए कहा कि पैसा देना तो आसान है लेकिन लेना कठिन है. जिसके बाद पीड़ित ने थाना सिगरा पर लिखित तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई. पीड़ित के तहरीर के आधार पर सिगरा पुलिस ने आईपीसी की धारा 406 के तहत मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्यवाही में जुटी है.