फर्रुखाबाद से वाराणसी घूमने आए लापता युवक मामले में भेलूपुर थाने में मुकदमा दर्ज, पीड़ित पिता बोले - पुलिस नहीं कर रही प्रभावी कार्रवाई...

फर्रुखाबाद से वाराणसी घूमने आए लापता युवक मामले में भेलूपुर थाने में अपहरण, धमकी सहित अन्य आरोपों में प्राथमिकी दर्ज हुई है.

फर्रुखाबाद से वाराणसी घूमने आए लापता युवक मामले में भेलूपुर थाने में मुकदमा दर्ज, पीड़ित पिता बोले - पुलिस नहीं कर रही प्रभावी कार्रवाई...

वाराणसी, भदैनी मिरर। फर्रुखाबाद से वाराणसी घूमने आए पुत्र के लापता हो जाने के बाद उसके मां-बाप दर- दर भटक रहे है. भेलूपुर थाने में सुनवाई न होने के बाद सामाजिक कार्यकर्ताओं संग पिता रामकिशोर यादव अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय और अपराध संतोष सिंह से गुहार लगाई जिसके बाद भेलूपुर पुलिस ने अपहरण और धमकाने सहित अन्य आरोपों में बीएचयू के परास्नातक की छात्रा अनुष्का तिवारी, उसके पिता सौरभ तिवारी और चाचा सौजन्य तिवारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. पीड़ित पिता का आरोप है की पुलिस प्रभावी कार्रवाई करती तो उनका बेटा मिल जाता, लेकिन पुलिस G-20 बैठक का हवाला देकर कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है. उनका कहना है की अस्सी पुलिस चौकी और भेलूपुर थाने की पुलिस चाहे तो उनके बेटे का पता लग सकता है.

27 तारीख से मोबाइल है स्विच ऑफ

फर्रुखाबाद निवासी मऊ दरवाजा थाना क्षेत्र के कुइयावूट बाईपास निवासी रामकिशोर यादव पेशे से शिक्षक हैं. उनका इकलौता लड़का बीएससी थर्ड ईयर का छात्र देवांश यादव 25 मई को वाराणसी घूमने आया. लेकिन जब वह घर नहीं लौटा तो उसकी तलाश शुरु की गई.
पीड़ित पिता का कहना है की 26 मई की शाम देवांश के दोस्त श्रीवत्स से उसकी बात हुई तो उसने बताया कि वह अस्सी क्षेत्र स्थित एक होटल में कमरा लेकर ठहरा है. 27 मई को श्रीवत्स ने फिर फोन किया तो देवांश का मोबाइल फोन स्विच ऑफ बता रहा था. श्रीवत्स ने होटल के रिसेप्शन पर फोन किया तो पता लगा कि देवांश अपने कमरे में नहीं है। उसका लैपटॉप और बैग उसके कमरे में ही हैं.

अनुष्का ने लड़ाई की बात कही

श्रीवत्स ने देवांश की परिचित बीएचयू की छात्रा अनुष्का को फोन किया. अनुष्का ने बताया कि देवांश से उसकी लड़ाई हुई थी, इसलिए वह उसके बारे में नहीं जानती. इसके बाद भी देवांश के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली तो वह और उनकी पत्नी 29 मई को वाराणसी आए और भेलूपुर थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. रामकिशोर यादव ने बताया कि वह पहले से अनुष्का के बारे में कुछ नहीं जानते थे. बेटे के दोस्तों से पता लगा कि देवांश और अनुष्का स्कूल के समय से ही एक-दूसरे से परिचित हैं. उनका बेटा पहले भी अनुष्का से मिलने बनारस आ चुका था. अपने बेटे की खोजबीन करते हुए उन्होंने कानपुर आउटर स्थित अनुष्का के घर का पता लगाया.

हर जगह तलाशा, नहीं मिल रहा जिगर का टुकड़ा

पीड़ित पिता रामकिशोर का कहना है की वह उन सभी संभावित स्थानों पर पहुंच रहे है जहां उनके जिगर के टुकड़े के होने की उम्मीद है. उन्होंने बताया की तलाश करते हुए वह अनुष्का के घर भी पहुंचे. लेकिन उसके पिता और चाचा ने मिलने नहीं दिया और उल्टे धमकी दी.
वहीं, सीसीटीवी फुटेज में अस्सी क्षेत्र में पहली बार देवांश देखा गया है. पुलिस इस प्रकरण में कंट्रोल रुम में पीड़ित पिता के साथ सीसीटीवी फुटेज खंगाल चुकी है. पुलिस का कहना है की छात्र के मोबाइल की कॉल डिटेल रिकॉर्ड खंगालने के साथ ही उसकी तलाश की जा रही है.