चंदौली में नाराज किसानों ने किसान दिवस का किया बहिष्कार, अफसरों पर लगाया उपेक्षा का आरोप

जिला मुख्यालय स्थित विकास भवन के समीप कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में बुधवार की दोपहर किसान दिवस के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

चंदौली में नाराज किसानों ने किसान दिवस का किया बहिष्कार, अफसरों पर लगाया उपेक्षा का आरोप

चंदौली- जिला मुख्यालय स्थित विकास भवन के समीप कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में बुधवार की दोपहर किसान दिवस के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। लेकिन कार्यक्रम में किसी भी विभागीय अधिकारियों के नहीं पहुंचने के चलते दर्जनों किसान नाराज हो गए। और सभागार से बाहर निकलकर अफसरों की कार्यशैली पर नाराजगी जताते हुए नारेबाजी किया। वही आरोप लगाते हुए कहा कि विभागीय अधिकारी शासन की योजनाओं को लेकर लापरवाह बने हुए हैं। और धान का कटोरा काहे वाले जनपद में किसानों का दर्द सुनने वाला कोई अधिकारी तैयार नहीं है।

किसान विकास कुमार पांडेय ने आरोप लगाते हुए कहा कि किसान दिवस का कार्यक्रम पूर्व निर्धारित होता है। लेकिन पिछले दो बार से लगातार किसान दिवस पर होने वाले कार्यक्रम को स्थगित कर दिया जा रहा है। और बुधवार को जनपद में प्रमुख सचिव समाज कल्याण के दौरे को लेकर विभागीय अधिकारियों ने किसान दिवस कार्यक्रम में आना उचित नहीं समझा। जिसके चलते सभी किसान विभागीय अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर काफी नाराज हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बैठक को 1 दिन आगे भी बढ़ाया जा सकता था लेकिन इस मौके पर केवल कृषि उपनिदेशक ही आए और किसानों से लिखित रूप से समस्याएं देने को कहा।

प्रमुख सचिव को किसानों ने किया चैलेंज
चंदौली में किसान दिवस के मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में अधिकारियों के ना पहुंचने पर नाराजगी जताने वाले किसानों ने दो दिवसीय चंदौली दौरे पड़ रहे समाज कल्याण के प्रमुख सचिव को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर प्रमुख सचिव को असल में हकीकत को परखना है तो किसानों से बात करें जिससे कि सच्चाई खुद ही सामने आ जाएगी। क्योंकि चार पहिया से चलने वाले अक्सर अपनी नौकरी बचाने के लिए कागजों पर ही घोड़ा दौड़ाते हैं। वहीं उन्होंने शायरी के रूप में प्रस्तुति देते हुए कहा कि हाय रे किसान तेरी तकदीर, सबको खिला कर रोटी खुद बना फकीर। इसके साथ ही उन्होंने चेताया कि अगर अफसर किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं होते हैं तो आगे किसानों द्वारा बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार किया जाएगा।