NEET पेपर लीक मामले पर संसद में अखिलेश यादव ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को घेरा, कहा- ये मंत्री रहेंगे तो बच्चों को न्याय नहीं मिलेगा...
लोकसभा में सोमवार को NEET पेपर लीक मामले पर विपक्षी दलों ने केंद्र को जमकर घेरा और कई सवाल पूछे. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कन्नौज सांसद अखिलेश यादव ने इस दौरान मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला.
लोकसभा में सोमवार को NEET पेपर लीक मामले पर विपक्षी दलों ने केंद्र को जमकर घेरा और कई सवाल पूछे. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कन्नौज सांसद अखिलेश यादव ने इस दौरान मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला.अखिलेश ने कहा कि देश ने बहुत अहम सवाल पर पूछने का समय दिया. ये सरकार कोई और रिकॉर्ड बनाए या न बनाए, लेकिन पेपर लीक का रिकॉर्ड जरूर ये सरकार बनाएगी. मुझे इसके बैकग्राउंडर में नहीं जाना कि कब, कैसे, किस संस्था को बनाया गया. पूरे देश के छात्र इसपर आंदोलित थे. लगातार अखबार और सीबीआई की जांच के बाद चीजें सामने आ रही हैं. लोग पकड़े जा रहे हैं. जेल भेजे जा रहे हैं.
अखिलेश यादव ने सवाल किया कि मैं पूछना चाहता हूं, क्या सेंटर वाइज जिन बच्चों को सबसे ज्यादा नंबर मिले हैं, उनकी सूची जारी होगी? कई सेंटर ऐसे हैं, जहां 2 हजार ढाई हजार बच्चे पास कर गए. कई प्रदेश की ऐसी जगह है जहां 650 से ज्यादा नंबर हैं. अगर ये संस्था इतनी क्रेडिबल थी, जो जिन सेंटर पर ये परीक्षा हुई? उसका ढांचा क्या था? अखिलेश ने हमला बोलते हुए कहा कि ये मंत्री जी रहेंगे तो बच्चों को न्याय नहीं मिलेगा.
राहुल गांधी ने भी पूछा सवाल
NEET पेपर लीक मामले पर अखिलेश के बाद राहुल गांधी ने भी गंभीर सवाल उठाए. विपक्ष नेता राहुल गांधी ने सरकार से पूछा, 'नीट एक व्यवस्थित मुद्दा है, तो आप इस मुद्दे को ठीक करने के लिए क्या कर रहे हैं? मुद्दा यह है कि देश में लाखों छात्र हैं जो इस बात से बेहद चिंतित हैं कि क्या हो रहा है और उनका मानना है कि भारतीय परीक्षा प्रणाली एक धोखाधड़ी है. लाखों लोग मानते हैं कि अगर आप अमीर हैं और आपके पास पैसा है, तो आप भारतीय परीक्षा प्रणाली को खरीद सकते हैं और यही भावना विपक्ष की भी है.' राहुल गांधी ने कहा कि पेपर लीक गंभीर मुद्दा है और लाखों बच्चों के भविष्य का सवाल है. राहुल गांधी ने पूछा कि पेपर लीक कैसे रुकेगा?
धर्मेंद्र प्रधान ने भी किया पलटवार
सपा चीफ अखिलेश के आरोपों पर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी पलटवार किया, उन्होंने कहा, 'अखिलेश जी सब यूपी के सीएम थे तो कितनी बार यूपी में पेपर लीक हुए. पिछले 7 सालों में पेपर लीक का कोई सबूत नहीं मिला और ये मामला भी सुप्रीम कोर्ट में है. पूरी जिम्मेदारी से कह सकता हूं कि इस मुद्दे के बाद 240 से अधिक परीक्षाएं सफलतापूर्वक आयोजित की गईं.'
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि अभी सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पूरे छात्रों की सूची को उपलब्ध करा दो, तीन दिन में सभी छात्रों की लिस्ट उपलब्ध कराई गई है देश का ग्रामीण इलाका एससी और एसटी और आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों की है.शिक्षा मंत्री ने कहा कि पेपर लीक पर राजनीति नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जब अखिलेश यूपी की सत्ता में थे तो मेरे पास सबूत है कि कितने बार प्रश्नपत्र लीक हुए.